डाइवोर्स के बाद महिलाओं के एलिमनी से जुड़े अधिकार क्या है?

डाइवोर्स के बाद महिलाओं के मेंटेनेंस से जुड़े अधिकार क्या है?

शादी एक ज़िन्दगी भर का कमिटमेंट होता है। जब दो लोगों की शादी होती है। तो एक दूसरे की तरफ उनके कुछ कर्तव्य भी होते है। दुर्भाग्यवश कुछ शादियां टूट जाती है। लेकिन शादी टूटने या डाइवोर्स होने पर भी सारे दायित्व ख़त्म नहीं होते है। जैसे की डाइवोर्स के बाद भी एलिमनी देना, बच्चों से मिलना आदि।

एलिमनी का अधिकार:-

क्रिमिनल प्रोसीजर कोड, 1973 के तहत, वाइफ के एलिमनी की जिम्मेदारी उसके हस्बैंड की होती है। एलिमनी का मतलब वह धन राशि, जो हस्बैंड डाइवोर्स के बाद अपनी वाइफ को देता है। क्योंकि उसकी वाइफ आर्थिक रूप से हस्बैंड पर डिपेंड है। इस एलिमनी का उद्देश्य सिर्फ इतना है कि डाइवोर्सी महिलाओं को डाइवोर्स के बाद आर्थिक रूप से परेशानियां ना उठानी पड़े।

एलिमनी कौन डिसाइड करता है?

एलिमनी कितनी दी जाएगी यह कोर्ट डिसाइड करता है। कोर्ट एक फिक्स अमाउंट तय करती है, जो हस्बैंड को अपनी वाइफ को एलिमनी के रूप में देना होता है। एक बार में हस्बैंड को यह लम-सम अमाउंट एलिमनी के रूप में देना होता है। एलिमनी तब दी जाती है, जब आपसी सहमति से डाइवोर्स हो या जब वाइफ स्पष्ट रूप से इसके लिए मांग करे।

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एलिमनी तय करने वाले फैक्टर्स:-

एलिमनी को तय करने वाले बहुत सारे फैक्टर्स है। यही फैक्टर्स तय करते है कि एलिमनी के रूप में कितना अमाउंट मिलगा और किस पार्टनर को मिलेगा।

(1) पार्टनर की एज:-

एलिमनी पार्टनर की एज को ध्यान में रख कर ही तय किया जाता है। अगर कोर्ट को लगता है कि एलिमनी पाने वाला पार्टनर जल्दी ही अपने कैरियर या किसी और तरीके से आर्थिक रूप से मजबूत हो जाएगा। तो एलिमनी के रूप में उसे केवल एक छोटा सा अमाउंट ही दिया जाता है।

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(2) एलिमनी देने वाले पार्टनर की आर्थिक स्थिति:-

कोर्ट यह भी देखती है कि जिस पार्टनर से एलिमनी लेने की मांग की जा रही है, उसके पास इसके भुगतान के लिए कोई साधन है या नहीं। भुगतान करने वाले पार्टनर की कमाई, उसके करियर से होने वाले लाभ और उसकी देनदारियों को ध्यान में रख कर ही फैसला किया जाता है।

(3) कपल की हेल्थ:-

अगर कपल में से एक पार्टनर की हेल्थ खराब है। तो दूसरे पार्टनर को उचित दवा के खर्चे का भुगतान करना होता है। बीमार पार्टनर अपनी खराब हेल्थ के चलते एलिमनी के रूप में एक बड़े अमाउंट का दावा कर सकता हैं।

(4) ज्यादा एलिमनी:-

कानून के तहत, कपल में से जो पार्टनर ज्यादा कमाता है वह ज्यादा एलिमनी देने का हकदार है। जिस पार्टनर के सफल करियर को एन्जॉय करने की एक्सपेक्टेशंस है। उसकी ज्यादा मेनटेन्स देने की भी रेस्पोंसिबिलिटी है।

(5) एलिमनी का अमाऊंट:-

एलिमनी का अमाऊंट आम तौर पर इस बात पर डिपेंड करती है कि शादी कितने समय तक चली है। 10 साल से ज्यादा समय तक चलने वाली शादी में पार्टनर सारी ज़िंदगी गुजारा भत्ता पाने का हकदार होता हैं।

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