जब एक व्यक्ति को कोई नई ब्रांड, कम्पनी या वेबसाइट शुरू करना चाहता है तो उसे पहले सरकार के 43 क्लासिस के डेटाबेस में यह सर्च करना होता है कि उसके द्वारा सोंचा गया या चुना गया ट्रेडमार्क पहले से ही वस्तुओं और सेवाओं के संबंध में किसी और व्यक्ति के द्वारा यूज़ हो रहा है या नहीं। एक ट्रेडमार्क सर्च को सरकार के डेटाबेस या सेवा देने वाली किसी थर्ड पार्टी के माध्यम से तैयार किया जाता है।
ट्रेडमार्क
ट्रेडमार्क एक्ट 1999 का सेक्शन 2 (बी) कहता है कि ट्रेडमार्क एक ऐसे चिह्न या निशान होता है जो ग्राफिक्स के रूप में प्रदर्शित होता है। इस निशान का काम बाजार में एक व्यक्ति की वस्तुओं या सेवाओं को दूसरे व्यक्ति की वस्तुओं या सेवाओं से अलग करना होता है। साथ ही, इसमें वस्तुओं के आकार, उनकी पैकेजिंग और रंगों का तय होना भी शामिल होता है।
ट्रेडमार्क नियम
- लागू हुए कानूनों का किसी भी प्रकार से उल्लंघन करने से बचें।
- किसी भी प्रकार की नक़ल या डुप्लीकेशन से बचने की कोशिश करें।
- अपनी वस्तुओं और सेवाओं का 43 क्लॉसिस में सही तरीके से वर्गीकरण करना जरूरी है।
- पहले ही हर तरह की रिसर्च करके आगे आने वाले किसी भी मतभदों को सुलझाया जा सकता है।
क्या आप को कानूनी सलाह की जरूरत है ?
आईये आगे इस लेख में जानते है कि ट्रेडमार्क पंजीकरण की प्रक्रिया, ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन फीस और ट्रेडमार्क नियम क्या है?
ट्रेडमार्क की श्रेणियां या क्लासिस कितनी है?
वस्तुओं और सेवाओं के अंतर्राष्ट्रीय वर्गीकरण के अनुसार कुल 45 वर्ग/क्लासिस हैं जिन्हें इस प्रकार बाँटा गया है:
- 1 से 35- वस्तुएं
- 36 से 45- सेवाएं
ट्रेडमार्क सर्च से पहले, उस श्रेणी या केटेगरी को तय करने के लिए वर्ग/क्लास को सर्च करना या ढूंढ़ना जरूरी होता है, जिससे उस व्यक्ति का सामान या उसकी सेवाएं संबंधित हैं।
ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन फीस
TM-A फॉर्म सभी आवेदकों को अलग-अलग वर्गों या सामूहिक ट्रेडमार्क के तहत ट्रेडमार्क दाखिल करने की इजाज़त देता है। इस ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन फॉर्म को ऑनलाइन भरने के लिए लगभग 9,000/- से 10,000/- रूपये तक का खर्चा होता है।
ट्रेडमार्क सर्च कैसे करें?
- सबसे पहले आपको ट्रेडमार्क सर्च की आधिकारिक वेबसाइट https://ipindiaonline.gov.in पर लॉग इन करना होगा।
- इसके बाद ट्रेडमार्क टैब पर क्लिक करे और फिर पब्लिक सर्च पर क्लिक करें।
- इसके बाद अपने सामान या सेवाओं के हिसाब से सर्च के क्राइटीरिया को चुनें।
- इसके अंदर 3 खोज मानदंड या सर्च के क्राइटीरिया होते है, जो इस प्रकार है – वर्डमार्क, वीना कोड, फ़ोन पर
ट्रेडमार्क पंजीकरण के लिए जरूरी दस्तावेज
सबसे पहले आपको कुछ मूल (basic) जानकारी देनी होती है –
- आवेदक के नाम
- व्यापार के प्रकार
- व्यवसायिक उद्देशय
- ब्रांड/लोगो/स्लोगन का नाम
- पंजीकरण पता/ एड्रेस
दस्तावेज
- हस्ताक्षरित प्रपत्र-48 (Signed Form-48)
- हस्ताक्षरकर्ता की पहचान के लिए उनका एक पहचान पत्र
- हस्ताक्षरकर्ता का पता प्रमाण (Address proof)
- व्यवसाय प्रमाण (व्यवसाय के प्रकार पर निर्भर करता है)
- उद्योग आधार/एमएसएमई पंजीकरण प्रमाणपत्र (वैकल्पिक)
क्लास की जानकारी –
क्लास एक खोज या सर्च करने की सुविधा होती है, जो यह पता लगाने के काम आती है कि आपका सामान और सेवा किस वर्ग या क्लास से संबंधित है।
प्रसिद्ध निशान या चिन्ह –
प्रसिद्ध चिह्न (logo) अधिकारियों या ऑथॉरिटीज़ के द्वारा अलग किया जाता है। एक ही logo से कभी भी दो अलग-अलग कंपनियों का प्रतिनिधित्व नहीं किया जा सकता है।
निषिद्ध निशान:
यह उन चिन्हों के बारे में जानकारी प्रदान करता है जिनके उपयोग या यूज़ करने से आवेदन अस्वीकृत या रिजेक्ट हो जाएगा।
वियना कोड वर्गीकरण:
वियना कोड वर्गीकरण (Vienna Code Classification) ट्रेडमार्क की जाँच के लिए जरूरी अंतर्राष्ट्रीय वर्गीकरण (Classification) की सभी डिटेल्स देता है।
आप ऊपर बताये गए स्टेप्स या चरणों का उपयोग करके अपने ब्रांड के नाम की उपलब्धता (availability) की खोज कर सकते हैं, लेकिन हमेशा ही पेशेवरों (professionals) की मदद लेने की सलाह दी जाती है, क्योंकि वह आपको हर कदम पर सही रास्ता दिखाते है जिससे आपका काम आसानी से और कम समय और कम खर्च में सफलतापूर्वक हो जाता है।
लीड इंडिया के पेशेवरों के पास ट्रेडमार्क कानूनों और उद्योग प्रथाओं के बारे में सभी जरूरी जानकारी है, जो एक ट्रेडमार्क सर्च या खोज करने में आपकी मदद कर सकती है। किसी भी प्रकार की कानूनी सहायता के लिए लीड इंडिया से सम्पर्क करें।