क्या डाइवोर्स लिए बिना दूसरी शादी करना संभव है?

क्या डाइवोर्स लिए बिना दूसरी शादी करना संभव है?

नहीं डाइवोर्स लिए बिना दूसरी शादी करना संभव नहीं है। भारत का कानून इसकी इजाजत नहीं देता है।  एक व्यक्ति डाइवोर्स की प्रक्रिया को पूरा करके अपने विवाह संबंध को समाप्त कर सकता है और उसके बाद दूसरी शादी कर सकता है। डाइवोर्स के बाद, व्यक्ति को अपने विवाहित दंपति के बीच के संबंध को न्यूनतम करने का विधान किया जाता है और उसे स्वतंत्रता दी जाती है कि वह अपनी आगामी जीवनसाथी के साथ अपनी इच्छानुसार नई शादी कर सके।

हालांकि, यह ध्यान देने योग्य है कि विवाह और तलाक के नियम एवं कानून विभिन्न देशों और क्षेत्रों में अलग-अलग हो सकते हैं। कुछ देशों में, एक व्यक्ति को विवाह और तलाक की प्रक्रियाओं का पालन करना आवश्यक होता है और उसके बाद ही उसे दूसरी शादी करने की अनुमति मिलती है। इसलिए, यदि कोई व्यक्ति बिना डाइवोर्स लिए दूसरी शादी करना चाहता है, तो उसे अपने देश या क्षेत्र के विवाह और तलाक के कानूनों की पूरी जानकारी होनी चाहिए और उनका पालन करना चाहिए।

क्या आप को कानूनी सलाह की जरूरत है ?

आपको यह भी याद रखना चाहिए कि विवाह और तलाक व्यक्ति के व्यक्तिगत चयन और निर्णय पर आधारित होते हैं। किसी भी विवाह और तलाक के निर्णय को ध्यानपूर्वक और विचारशीलता से लेना चाहिए, और इसमें परिवार और समाज की भी सलाह लेनी चाहिए। व्यक्ति को अपने भविष्य के विचार में अपने पारिवारिक और सामाजिक संबंधों का भी ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि विवाह और तलाक एक जीवन के महत्वपूर्ण पहलु होते हैं और उनके प्रभाव संबंधों पर पड़ता है।

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क्या भारत में कोई पुरुष कानूनी रूप से दो महिलाओं से शादी कर सकता है?

नहीं, भारत में कोई पुरुष कानूनी रूप से दो  पत्नियाँ  नहीं रख सकता है। भारतीय विवाह अधिनियम, 1955 के अंतर्गत विवाह के नियमों का पालन करते हुए, भारतीय कानून पुरुषों को केवल एक ही पत्नी रखने की अनुमति देता है। विवाह अधिनियम के तहत, पुरुष द्वारा एक ही समय में दो महिलाओं से शादी करना या उसके पश्चात इस तरह की कोई अत्याधिकता स्थापित करना कानूनन मान्य नहीं है।

विवाह अधिनियम की धारा 5 में व्यक्तिगत स्वतंत्रता के अधिकार और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों को महत्व दिया गया है, जिसके अनुसार हर व्यक्ति को केवल एक ही वैवाहिक संबंध बनाने का अधिकार होता है। यह अधिनियम सभी नागरिकों के लिए लागू होता है, अन्यमति या वंशानुगत संपत्ति के कारण किसी के भी विवाह की संख्या में विशेषता स्थापित करने की अनुमति नहीं देती है।

बिना डाइवोर्स दूसरी शादी करने की क्या  सजा है?

दंड संहिता की धारा 494 में इस बात का जिक्र किया गया है कि तलाक के बिना दूसरी शादी करने पर 7 वर्ष की सजा का प्रावधान है । इसके अलावा कोर्ट को अतिरिक्त जुर्माना लगाने का भी अधिकार प्राप्त है।

यदि इस सम्बन्ध में आप भी कोई लीगल सहायता चाहते हैं तो आप लीड इंडिया ऑफिस में भी संपर्क कर सकते हैं।

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