सीनियर सिटीजन को मिलते हैं ये ख़ास अधिकार 

सीनियर सिटीजन को मिलते हैं ये ख़ास अधिकार

ज़िन्दगी में उम्र के कई पड़ाव होते है। सीनियर सिटीजन होना उम्र का ऐसा पड़ाव होता है जिसमे सपोर्ट की ज़रूरत होती है। ऐसे में सरकार भी सीनियर सिटीजन को कई तरह के लाभ देती है। ये राइट्स उन्हें मेंटिनेंस एंड वेलफेयर ऑफ़ पैरेंट्स एंड सीनियर सिटीजन्स एक्ट 2007 के तहत मिले हैं| लेकिन ज्यादातर सीनियर सिटीजन्स को अपने अधिकारों के बारे में पता नहीं होता है। तो आइये जानते हैं क्या हैं सीनियर सिटीजन के अधिकार। 

क्या आप को कानूनी सलाह की जरूरत है ?

यात्रा में छूट 

रेल यात्रा, हवाई और बस  यात्रा में किराए में 50 % की छूट मिलती है| इतना ही नहीं बसों में इनकी सीट भी रिजर्व रहती है।

अन्नपूर्णा योजना

यह योजना 2001 से लागू है। इसमे बेसहारा सीनियर सिटीजन को मदद मिलती है| जिनकी उम्र 65 साल से ज्यादा है उन्हें 10 किलो भोजन मुफ्त में दिया जाता है।

आयकर में छूट

भारत में 60 वर्ष से अधिक के सीनियर सिटीजन को इनकम टैक्स में छूट दी जाती है। यदि किसी सीनियर सिटीजन की टोटल इनकम 3 लाख रूपये है, तो ऐसे में उन्हें कोई टैक्स भरने की ज़रूरत नहीं है। लेकिन अगर उनकी आय 5 लाख है तो उन्हें 10% तक का टैक्स चुकाना होता है,

बैंक लोन पर छूट  

ज्यादातर बैंक ऐसे होते है जो सीनियर सिटीजन्स को ब्याज दरो में छूट देते है। 

अन्य योजनाएं

गरीबी रेखा के नीचे रह रहे वरिष्ठ नागरिको को सरकार हर महीने पेंशन देती है। का लाभ अकेले और निराश्रित बुजुर्गों को मिलता है। 

अन्य ख़ास योजना 

इसके अलावा सरकार बुजुर्गो के सर्वांगीण विकास और स्वास्थ्य के लिए कई अन्य योजनाओ का भी संचालन करती है जैसे 

इसे भी पढ़ें:  क्या हाई कोर्ट एंटीसिपेटरी बेल की पिटीशन पर विचार करने से मना कर सकता हैं?

मनोरंजन

इस योजना मे रिटायर हो गए और ज्यादातर समय अपने घरो में बिताने वाले सीनियर सिटीजन्स के लिए भारत सरकार एंटरटेनमेंट और एजुकेशनल सेंटर्स जैसी हाउसिंग सुविधाएं देती है। इससमे योग क्लब, फिटनेस क्लब, पार्क, फ़ूड फेस्टिवल, म्यूजिक क्लासेस और इनडोर गेम्स शामिल होते है।

बीमा 

सरकार सीनियर मेडिकल पालिसी के तहत सीनियर सिटीजन्स को कुछ मेडिकल पालिसी भी देती है। जिसमे 60 साल के बुजुर्गों को 1 लाख का बीमा भी मिलता है और सीरियस बीमारी के लिए करीब 2 लाख का बीमा मिलता है।

हेल्थ 

स्वस्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय सीनियर सिटीजन्स को सरकारी अस्पतालों में पंजीकरण या किसी बीमारी का टेस्ट करवाने की प्रक्रिया में अलग अलग सेवाएं देता है। इनमे हार्ट से रिलेटेड बीमारी, मधुमेह, गुर्दे की समस्या, हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारिया कवर होती हैं।

सीनियर सिटीजन्स के लीगल राइट्स

मेंटिनेंस एंड वेलफेयर ऑफ़ पैरेंट्स एंड सीनियर सिटीजन्स एक्ट 2007 के अंतर्गत सीनियर सिटीजन्स के अधिकार सुरक्षित किये गए हैं। यह एक्ट सीनियर सिटीजन्स को सुरक्षा देता है। यह हर ज़िले में ओल्ड ऐज होम की स्थापना करता है। ताकि निराश्रित सीनियर सिटीजन्स को आसरा मिल सके।

किसी भी तरह की लीगल हेल्प के लिए आज ही हमारी कंपनी लीड इंडिया से संपर्क करें।

Social Media