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वर्किंग वाइफ क्या डाइवोर्स के बाद मेंटेनेंस पाने की हकदार है?

वर्किंग वाइफ क्या डाइवोर्स के बाद मेंटेनेंस पाने की हकदार है?

वर्किंग या नॉन वर्किंग वाइफ अपने हस्बैंड से मेंटेनेंस पाने की हकदार हैं, बशर्ते यह सभी जरूरतें पूरी होनी चाहिए। भारत के कानून के अनुसार एक वाइफ जो खुद का भरण पोषण करने में असमर्थ है, वह डाइवोर्स के बाद अपने हस्बैंड से मेंटेनेंस पाने की हकदार है। हालांकि, कामकाजी महिलाओं के केस में ऐसा …

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ऑफिस में SC/ST द्वारा ‘अत्याचार के झूठे केस’ का मुकाबला कैसे करें?

ऑफिस में SC/ST द्वारा 'अत्याचार के झूठे केस' का मुकाबला कैसे करें?

SC/ST प्रिवेंशन ऑफ़ एट्रोसिटी एक्ट 1989: SC/ST अत्याचार निवारण अधिनियम को सामाजिक अक्षमताओं से SC/ST समुदाय के लोगों को सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से लागू किया गया था। क्योंकि उनके साथ काफी समय से भेद-भाव किया जा रहा था। जैसे – धार्मिक स्थलों पर उन्हें जाने से मना करना, उनके साथ अछूत व्यवहार करना, …

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क्या भारत में SC/ST अत्याचार निवारण अधिनियम से जमानत मिल सकती है?

क्या भारत में SC/ST अत्याचार निवारण अधिनियम से जमानत मिल सकती है?

भारत सरकार ने 1989 में SC/ST अत्याचार निवारण अधिनियम लागू किया था। यह एक्ट SC और ST के खिलाफ कुछ अपराधों को अत्याचार के रूप में बताता है। यह एक संज्ञेय और गैर-जमानती अपराध हैं, इसलिए व्यक्ति को जमानत लेने के लिए कोर्ट में बेल/जमानत एप्लीकेशन सब्मिट करनी होगी। इस एक्ट का उद्देश्य SC/ST के …

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पीएम किसान सम्मान निधि योजना

पीएम किसान सम्मान निधि योजना

भारत के पीएम ने किसानों और उनके परिवारों की सहायता के लिए साल 2019 में ‘किसान सम्मान निधि योजना’ की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत किसानों को 2000 रुपये हर महीने भेजे जाते है। इस योजना का उद्देश्य था कि देश के सभी भूमिधारक किसानों के परिवारों को घरेलू जरूरतों के साथ-साथ एग्रीकल्चर …

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किस रेप केस ने बदला भारत का क़ानून?

किस रेप केस ने बदला भारत का क़ानून?

एक ऐतिहासिक रेप केस:- कई बार कुछ केसिस इतिहास का हिस्सा बन जाते है। और कुछ केसिस इतिहास बना देते है। ऐसा ही कुछ भंवरी देवी के केस में भी हुआ। 30 साल पहले 22 सितंबर, 1992 को राजस्थान की एक अनपढ़, पिछड़ी जाति की, राजस्थान सरकार के महिला विकास कार्यक्रम में काम करने वाली भंवरी …

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क्या हस्बैंड भी डाइवोर्स केस में मेंटेनेंस का दावा कर सकता है?

क्या हस्बैंड भी डाइवोर्स केस में मेंटेनेंस का दावा कर सकता है?

भारत में सभी धर्मों के अलग-अलग पर्सनल कानून है। शादी, डाइवोर्स और मेंटेनेंस जैसे फैसले इन पर्सनल कानूनों के तहत लिए जाते है। मेंटेनेंस कपल में से किसी एक पार्टनर द्वारा अपने पेरेंट्स, पार्टनर और बच्चों को कोर्ट के आदेश पर दी जाने वाली आर्थिक सहायता है। आमतौर पर यह सहायता हस्बैंड द्वारा अपनी वाइफ …

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कोलेबोरेटिव डाइवोर्स क्या होता है? इसका क्या प्रोसेस है?

कोलेबोरेटिव डाइवोर्स क्या होता है? इसका क्या प्रोसेस है?

कोलेबोरेटिव डाइवोर्स क्या है:-  कोलेबोरेटिव डाइवोर्स या सहयोगात्मक तलाक डाइवोर्स की एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें हस्बैंड और वाइफ दोनों अपने-अपने प्रशिक्षित और अनुभवी डाइवोर्स लॉयर हायर करते है। दोनों पार्टनर्स के लॉयर्स “रुचि-आधारित बातचीत” नामक एक प्रोसेस के ज़रिए दोनों पार्टनर्स के बीच के इशूज़ को सॉल्व करते है। ऐसे केसिस में ज्यादातर कपल …

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मोबाइल पर ही प्राप्त कर सकते है मैरिज सर्टिफिकेट।

मोबाइल पर ही प्राप्त कर सकते है मैरिज सर्टिफिकेट।

आजकल सभी की लाइफ बहुत बिज़ी है। समय की कमी के चलते, अब लोग ऐसी शादियां करना पसंद करते है, जिसमे उन्हें अपना कम समय ही देना पड़े और वो शादी मान्य भी हो। कोर्ट मैरिज इसका एक अच्छा ऑप्शन है। अब कपल 1 से 2 दिनों में कोर्ट मैरिज कर सकते है। कोर्ट मैरिज …

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हस्बैंड के स्पर्म कलेक्शन के लिए महिला ने कोर्ट में की अपील

हस्बैंड के स्पर्म कलेक्शन के लिए महिला ने कोर्ट में की अपील।

गुजरात हाई कोर्ट ने कोविड-19 से पीड़ित एक मरीज़ के स्पर्म को सुरक्षित रखने का आदेश दिया था। यह आदेश बीमार व्यक्ति की वाइफ की पिटीशन पर किया गया था।  केस क्या था:-  एक महिला के हस्बैंड की कोविड-19 की वजह से तबीयत बहुत ज्यादा बिगड़ गई थी। वडोदरा में स्थित स्टर्लिंग हॉस्पिटल में पिछले …

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भारत में धर्म के अनुसार एडॉप्शन प्रोसेस क्या है?

भारत में धर्म के अनुसार एडॉप्शन प्रोसेस क्या है?

भारत में सभी धर्मो के अलग अलग पर्सनल लॉ बनाये गए है। ताकि किसी धर्म के लोगों को परेशानी ना हो और वह अपनी ज़िंदगी अच्छे से जी पाए। इस पर्सनल लॉ के अंदर परसनल मैटर्स जैसे शादी, डाइवोर्स, चाइल्ड कस्टडी, मेंटेनेंस, आदि आता है। आईये जानते है इन पर्सनल लॉ के तहत अलग-अलग धर्मों …

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