जमानती और गैर जमानती अपराध क्या होता है?

जमानती और गैर जमानती अपराध क्या होता है?

जमानती (Bailable Offense) और गैर जमानती (Non-Bailable Offense) दो प्रकार के अपराध हैं जिनका उपयोग भारतीय कानूनी प्रणाली में किया जाता है। ये अपराधों की दो श्रेणिया हैं जो अपराधी को गिरफ्तार किये जाने पर कानूनी रूप से जमानत देने या न देने के आधार पर अलग-अलग दर्जे में विभाजित किए जाते हैं।

जमानती अपराध (Bailable Offense)

जमानती अपराध वे अपराध होते हैं जिनमें आरोपी को जब्त करने के बाद कानूनी रूप से जमानत दी जा सकती है।इन अपराधों की सूची अपराधिक कोड (Criminal Code) या कानूनी विधि के तहत निर्धारित की जाती है। आमतौर पर सामान्य या कम गंभीरता वाले अपराध जमानती अपराध माने जाते हैं. इन अपराधों के लिए जमानत की राशि निर्धारित की जाती है और आरोपी को जब्ती के बाद उस राशि की जमानत दी जा सकती है।

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गैर जमानती अपराध (Non-Bailable Offense)

गैर जमानती अपराध वे अपराध होते हैं जिनमें आरोपी को जब्त करने के बाद कानूनी रूप से जमानत नहीं दी जा सकती है। इन अपराधों की सूची भी अपराधिक कोड या कानूनी विधि द्वारा निर्धारित की जाती है। गंभीर अपराधों, जैसे कि हत्या, बलात्कार, धारा 307 (प्रयासित हत्या) के तहत की अपराधिक कार्यवाही, कीड़े नाशक दवाओं के प्रयोग करने के अपराध, आदि को गैर जमानती अपराध माना जाता है। इन अपराधों के लिए आरोपी को न्यायाधीश या न्यायिक अधिकारी की अनुमति के बिना जमानत नहीं दी जा सकती है।

गैर जमानती धाराएं कौन कौन सी हैं?

भारतीय दण्ड संहिता (Indian Penal Code) में कई गैर जमानती धाराएं हैं, जिनके तहत आपत्तिजनक कार्रवाई करने पर आरोपी को जमानत नहीं मिलती है। यहां कुछ मुख्य गैर जमानती धाराएं हैं

  • धारा 302: हत्या
  • धारा 304: गैर-इरादतन हत्या
  • धारा 307: प्रयासित हत्या
  • धारा 376: बलात्कार
  • धारा 354: आपराधिक शौचालय के उपयोग के लिए दण्ड
  • धारा 364: पकड़े गए व्यक्ति के अपहरण के लिए दण्ड
  • धारा 376(2)(i): पीड़िता की उम्र 16 वर्ष से कम होने के कारण बलात्कार
  • धारा 377: समलैंगिकता पर अपराध
  • धारा 498A: स्त्री हिंसा के लिए दहेज़ के अपहरण का आरोप
  • धारा 120B: साझा धोखाधड़ी के लिए जुर्माना
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ये केवल कुछ मामले हैं और इसके अलावा भी अन्य धाराएं हो सकती हैं जो गैर जमानती अपराध मानी जाती हैं। 

जमानती अपराध कौन से होते हैं?

जमानती अपराध वे अपराध होते हैं जिनमें आरोपी को कानूनी रूप से जमानत दी जा सकती है। इन अपराधों के लिए जमानत की राशि निर्धारित की जाती है और आरोपी को जब्ती के बाद उस राशि की जमानत दी जा सकती है। जमानती अपराध मामलों में निम्नलिखित अपराध शामिल हो सकते हैं

  • धारा 323: साधारण गंभीरता वाले गाली देना, मारपीट करना या घायल करना
  • धारा 354: अभिशापद शब्दों या हमले के माध्यम से महिलाओं को आपत्ति देना
  • धारा 504: शांति भंग के लिए अपमानजनक शब्द का उपयोग करना
  • धारा 420: धोखाधड़ी के माध्यम से जालसाजी करना
  • धारा 427: सामग्री को नष्ट करना, तोड़ना, दूसरे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाना
  • धारा 380: चोरी करना
  • धारा 406: विश्वसनीयता का उल्लंघन करके धोखा देना

उपरोक्त अपराधों में जमानत मिल जाती है । अतः ये अपराध जमानती अपराध हैं।

जमानत से संबंधित किसी भी तरह की कानूनी सहायता के लिए संपर्क करें लीड इंडिया से।

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