क्या 2023 में सरकार द्वारा लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाई जा सकती है?

क्या नए साल में सरकार द्वारा लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाई जा सकती है?

भारत में लड़कों और लड़कियों की शादी करने की कानूनी उम्र क्या है? इस बात को लेकर पिछले पूरे साल (2022) काफी हलचल रही है, जैसा की सभी जानते है की नया साल (2023) लग गया है, तो अभी के लिए सबसे बड़ा सवाल है कि क्या इस नए साल के साथ शादी की कानूनी उम्र में भी नए बदलाव आएंगे या नहीं?   

वैसे अभी पूरे भारत में शादी की उम्र के प्रावधान के अनुसार लड़कों की कानूनी रूप से शादी करने की उम्र 21 और लड़कियों की कानूनी रूप से शादी करने की उम्र 18 साल है। हालाँकि, जल्दी ही इस उम्र और इससे जुड़े बाकि नियमों जैसे बाल विवाह निषेध एक्ट 2006, स्पेशल मैरिज एक्ट और हिन्दू मैरिज एक्ट आदि। इन बदलावों के होने के बाद, जो भी उम्र लड़के और लड़कियों को शादी करने के लिए कानूनी रूप से तय की जाएगी उस उम्र से पहले शादी करना कानूनी रूप से अपराध माना जायेगा। इन बदलावों के अनुसार अगर सज़ा का प्रावधान रखा गया तो अपराधी को सज़ा भी दी जा सकती है। 

शारदा एक्ट

हालाँकि, यह पहली बार नहीं हुआ है जब भारत में शादी के लिए कानूनी उम्र में बदलाव करने की बात की गयी हो। इससे पहले भी कई बार लड़के लड़कियों की शादी की इस उम्र में बदलाव लाये गए है। शादी की उम्र तय करने के लिए 1929 में शारदा एक्ट (हरबिलास शारदा) द्वारा सबसे पहली इसकी कोशिश की गयी थी। 

शारदा एक्ट द्वारा भारत में पहली बार लड़कियों की शादी करने की उम्र तय की गयी थी। इससे पहले भारत में इसके लिए कोई उम्र नहीं थी। कोई भी किसी भी उम्र में शादी करने के लिए आज़ाद था।

शादी की उम्र तय करने का कारण 

आप सोंच रहे होंगे कि शादी करने के लिए भी उम्र तय करने की क्या जरूरत है। दरसअल, इसकी के वजह है। 

  • बाल विवाह होने पर कम उम्र में लड़कियां माँ बन जाती थी। 
  • कम उम्र की बच्चियों के माँ बनने से मातृत्व मृत्यु दर (maternal mortality rate) काफी हद्द तक बढ़ गया था। 
  • कम उम्र में प्रेग्नेंसी होने से माताओं और बच्चों दोनों के अंदर कुपोषण की बढ़ोतरी होना। 
  • सही पोषक तत्वों को कमी से नवजात बच्चों की मृत्यु दर बढ़ना।
  • जल्दी शादी करने के लिए माता पिता द्वारा बच्चियों की पढ़ाई रुकवा देना। 
  • लड़कियों के सपने पूरा ना होने देना। 

ऊपर बताये गए इन्ही कारणों की वजह से शादी करने के लिए भारत मे एक कानूनी उम्र तय करने के बारे में सोचा गया और समय के साथ-साथ उसे लागू भी किया गया। 

सबसे पहले यह उम्र लड़कियों के लिए 18 वर्ष और लड़कियों के लिए 14 वर्ष तय की गयी थी। इसके बाद बदलते समय के साथ इसे बढ़ाकर 18 साल कर दिया गया था। अभी तक के लिए यह उम्र लड़कों के लिए 21 और लड़कियों के लिए 18 ही है। हालाँकि जल्द ही इस उम्र में सरकार द्वारा बदलाव किये जाने की संभावना है।  

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