क़ानून और धाराएं

कोर्ट मैरिज, मैरिज रजिस्ट्रेशन से कैसे अलग है?

कोर्ट मैरिज, मैरिज रजिस्ट्रेशन से कैसे अलग है?

1954 में लागू हुए स्पेशल मैरिज एक्ट ने भारत में कोर्ट मैरिज को वैध/लीगल बना दिया है। इस एक्ट के तहत अगर कपल अलग धर्म, जाति, या संस्कृति से है तो भी वह एक दूसरे से शादी कर सकते है। इस एक्ट के तहत, एक व्यक्ति जो भारत से संबंधित नहीं है या भारत देश …

कोर्ट मैरिज, मैरिज रजिस्ट्रेशन से कैसे अलग है? Read More »

रेप के आरोपों को रद्द करने के लिए शादी करना पर्याप्त नहीं है।

रेप के आरोपों को रद्द करने के लिए शादी करना पर्याप्त नहीं है।

रेप जैसे जघन्य अपराध को माफ नहीं किया जा सकता है और ना ही आरोपी को सिर्फ इस आधार पर छोड़ा जा सकता है कि वह विक्टिम से शादी करने के लिए तैयार है। दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि रेप के आरोपों को खत्म करने के लिए विक्टिम से शादी कर लेना पर्याप्त नहीं …

रेप के आरोपों को रद्द करने के लिए शादी करना पर्याप्त नहीं है। Read More »

परीक्षाओं में होने वाले भ्रष्टाचार को कैसे ख़त्म किया जा सकता है?

रिज़ल्ट में करप्शन को कैसे एक्सपोज़ करें।

भारत में ज़्यादातर लोग अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा/एजुकेशन देना चाहते हैं, लेकिन भ्रष्ट प्रथाओं और भ्रष्टाचार/करप्शन ने एजुकेशन सिस्टम पर अटैक/आक्रमण कर दिया है।  आजकल की मॉडर्न एजुकेशन मानव विकास/डेवेलपमेंट सिखाने के बजाय केवल पैसा बनाने और पूंजी/कैपिटल निर्माण पर केंद्रित/फोकस करती है। करप्शन की भूमिका ज्यादातर सरकारी ऑफिस, बिज़नेस ऑर्गनाईज़ेशन और पुलिस स्टेशन …

परीक्षाओं में होने वाले भ्रष्टाचार को कैसे ख़त्म किया जा सकता है? Read More »

क्या कोर्ट मैरिज करने के बाद पुलिस स्टेशन जाना जरूरी है?

कोर्ट मैरिज करने के बाद पुलिस स्टेशन जाने से कैसे बचें?

शादी करना अक्सर कपल्स के लिए एक बड़ा कदम होता है, और इसी के साथ वह अपने नए जीवन में कदम रखते है। आम तौर पर एक शादी अलग-अलग संस्कृतियों, धर्मों और राज्यों के लोगों द्वारा सभी रस्मों और सुधारों के साथ की जाती है, लेकिन आजकल यह आम बात है कि ज्यादातर कपल्स आमतौर …

क्या कोर्ट मैरिज करने के बाद पुलिस स्टेशन जाना जरूरी है? Read More »

दहेज एक्ट और घरेलू हिंसा एक्ट में क्या अंतर है?

498A और घरेलू हिंसा एक्ट में क्या अंतर है?

बहुत से लोगों का यह सवाल होता है कि क्या 498(a) और घरेलू हिंसा अधिनियम/डोमेस्टिक वायलेंस एक्ट एक ही हैं या अलग-अलग हैं? आइए इस कांसेप्ट और इसके मतलब की एक आर्टिकल के द्वारा समझते हैं: भारतीय दंड संहिता/इंडियन पीनल कोड का सेक्शन 498 (ए) क्या है? डोमेस्टिक वायलेंस एक्ट क्या है? दोनों के बीच …

दहेज एक्ट और घरेलू हिंसा एक्ट में क्या अंतर है? Read More »

ऑनलाइन हैरेसमेंट से कैसे बचें?

How to protect yourself from Online Harassment

इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट के अनुसार, कंप्यूटर, इंटरनेट या किसी अन्य मान्यता प्राप्त टेक्नोलॉजी से होने वाले किसी भी अपराध को साइबर क्राइम माना जाता है। भारतीय दंड संहिता, 1860 के तहत साइबर क्राइम्स से डील किया जाता है। मिनिस्ट्री ऑफ़ होम अफेयर्स (एमएचए) ने होम कमिटी को बताया कि एनसीआरबी की 2019 की रिपोर्ट, “भारत …

ऑनलाइन हैरेसमेंट से कैसे बचें? Read More »

कोर्ट मैरिज में गवाह का क्या रोल होता है?

कोर्ट मैरिज में गवाह का क्या रोल होता है?

कोई भी व्यक्ति एक कोर्ट मैरिज में गवाह बन सकता है, जिसमें परिवार  मेंबर, दोस्त और सहकर्मी शामिल हैं। यह जरूरी नहीं है की गवाह उनके रिश्तेदार या जानने वाले ही हो। एक अनजान व्यक्ति भी कपल की शादी का गवाह बन सकता है। इसके अलावा, कोर्ट मैरिज को तीन गवाहों के सामने किया जाना …

कोर्ट मैरिज में गवाह का क्या रोल होता है? Read More »

क्या एक ऑन-ड्यूटी पुलिस ऑफ़िसर का वीडियो रिकॉर्ड करना लीगल है?

क्या एक ऑन-ड्यूटी पुलिस ऑफ़िसर का वीडियो रिकॉर्ड करना लीगल है?

भारतीय कानून के तहत अभी कोई भी ऐसा क्लियर कानून या स्पेसिफिक प्रोविज़न नहीं है, जिससे पता लगता हो कि किस सिचुएशन में एक पुलिस ऑफिसर की रिकॉर्डींग की जा सकती है और किस सिचुएशन में नहीं की जा सकती है। यह समझने के लिए रिलेटिड प्रोविज़न्स को डिफाइन करने की जरूरत है कि क्या …

क्या एक ऑन-ड्यूटी पुलिस ऑफ़िसर का वीडियो रिकॉर्ड करना लीगल है? Read More »

भारत में दहेज के लिए होने वाली मृत्यु की संख्या क्या दर्शाती है?

भारत में दहेज के लिए होने वाली मृत्यु का स्तर क्या है?

भारतीय दंड संहिता(आईपीसी) के तहत ”दहेज मृत्यु” या दहेज़ के लिए मर्डर करने की परिभाषा सेक्शन 304बी (1) में बताई गयी है, जिसमें लिखा है कि “जहां किसी महिला की जलने या शारीरिक चोट लगने की वजह से मौत होती है या उसकी शादी के सात साल के अंदर नार्मल सिचुऎशन्स के अलावा उसकी मृत्यु …

भारत में दहेज के लिए होने वाली मृत्यु की संख्या क्या दर्शाती है? Read More »

क्या एक पार्टनर आरटीआई डिपार्टमेंट से दूसरे पार्टनर की इनकम डिटेल्स मांग सकता है?

क्या एक व्यक्ति इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से अपने जीवनसाथी की डिटेल्स मांग सकता है?

सेंट्रल इनफार्मेशन कमीशन के एक ऐतिहासिक केस “सुनीता जैन वी. पवन कुमार जैन” के आर्डर के अनुसार इस सवाल का जवाब “हां” है। एक व्यक्ति अपने जीवनसाथी/लाइफ पार्टनर की इनकम डिटेल्स इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से मांग सकता है। हालाँकि, सेंट्रल इनफार्मेशन का यह फैसला जोधपुर की राहत बानो द्वारा फाइल की गयी अपील के अगेंस्ट …

क्या एक पार्टनर आरटीआई डिपार्टमेंट से दूसरे पार्टनर की इनकम डिटेल्स मांग सकता है? Read More »