कानूनी सलाह

कोर्ट में फाइल किया गया केस वापस लेने की प्रक्रिया क्या है?

कोर्ट में फाइल किया गया केस वापस लेने की प्रक्रिया क्या है?

भारतीय संविधान के सेक्शन 257 सीआरपीसी के अनुसार, एक कम्प्लेनेंट मतलब जिस व्यक्ति ने एफआईआर या केस के रुप में शिकायत की है वो अपनी कम्प्लेन को वापस ले सकता है बशर्ते उसे इसके लिए सभी नियमों और कानूनों का पालन करना होगा। सीआरपीसी के सेक्शन 257 के तहत आपराधिक शिकायत या क्रिमिनल कंप्लेंट को …

कोर्ट में फाइल किया गया केस वापस लेने की प्रक्रिया क्या है? Read More »

उधारी के पैसों को वापस लेने की कानूनी कार्यवाई किस प्रकार की जाती है?

उधारी के पैसों को वापस लेने की कानूनी कार्यवाई किस प्रकार की जाती है?

जब कोई व्यक्ति या संस्था किसी को पैसे उधार देती है या किसी से पैसे उधार लेती है, तो एक सीमित समय के बाद लेने वाले को वो पैसे वापस करने होते हैं। यदि कोई व्यक्ति या संस्था उधार लिए हुए पैसों को वापस नहीं दे पाती या नहीं तो देने वाला व्यक्ति या संस्था …

उधारी के पैसों को वापस लेने की कानूनी कार्यवाई किस प्रकार की जाती है? Read More »

क्या कम्पनी एक्ट के तहत चैरिटी ट्रस्ट को भी रजिस्टर कराया जा सकता है?

क्या कम्पनी एक्ट के तहत चैरिटी ट्रस्ट को भी रजिस्टर कराया जा सकता है?

हाँ, कंपनी एक्ट 2013 के तहत चैरिटी ट्रस्ट को रजिस्टर कराया जा सकता है। लीगल तरीके से किसी भी चैरिटी ट्रस्ट को रजिस्टर कराया जा सकता है ।  चैरिटी ट्रस्ट को रजिस्टर करने के लिए, आपको अपने राज्य या केंद्र शासित प्रदेश में एक निगम पंजीकरण अधिकारी से संपर्क करना होगा। चैरिटी ट्रस्ट के रजिस्ट्रेशन …

क्या कम्पनी एक्ट के तहत चैरिटी ट्रस्ट को भी रजिस्टर कराया जा सकता है? Read More »

उधारी के पैसे वापस लेने के कानूनी तरीके क्या है?

उधारी के पैसे वापस लेने के कानूनी तरीके क्या है?

उधार का पैसा क्या है? उधार का पैसा एक ऐसा पैसा होता है जो एक व्यक्ति या संस्था दूसरे व्यक्ति या संस्था को देता है जो वह बाद में वापस करता है। इसे एक उधारी ऋण के रूप में भी जाना जाता है। उधार के दौरान, उधार देने वाले व्यक्ति या संस्था को एक निश्चित …

उधारी के पैसे वापस लेने के कानूनी तरीके क्या है? Read More »

एक केस में चार्जशीट बनना सबसे जरूरी पहलू क्यों है?

एक केस में चार्जशीट बनना सबसे जरूरी पहलू क्यों है?

एक केस में चार्जशीट बनाने के सबसे जरूरी पहलू उस केस में सम्मिलित तथ्यों और सबूतों को ध्यान से समझना और उन्हें संग्रहीत करना होता है। चार्जशीट एक आधिकारिक दस्तावेज होता है जो एक विशिष्ट क्रिमिनल केस से संबंधित सभी तथ्यों को जमा करता है। चार्जशीट के लिए आवश्यक मुख्य जानकारी निम्नलिखित है: 1.अपराध का …

एक केस में चार्जशीट बनना सबसे जरूरी पहलू क्यों है? Read More »

भारत में मानहानि की क्या सज़ा है?

भारत में मानहानि की क्या सज़ा है?

भारतीय दंड संहिता के अनुसार, मानहानि के लिए धारा 499 द्वारा प्रावधानित सजा शामिल होती है। यह धारा  कहती है कि अगर कोई व्यक्ति द्वारा दूसरे व्यक्ति के सम्मान को क्षति पहुंचाई जाती है तो उसे दोनों में से किसी भांति की सजा हो सकती है: जुर्माना (फाइन) या कारावास (जेल सजा)। इन सजाओं की …

भारत में मानहानि की क्या सज़ा है? Read More »

मर्जी से शादी ना होने पर कितने समय में डाइवोर्स लिया जा सकता है?

मर्जी से शादी ना होने पर कितने समय में डाइवोर्स लिया जा सकता है?

भारतीय विवाह अधिनियम के अनुसार, मर्जी से शादी न होने पर तलाक की प्रक्रिया कुछ इस प्रकार होती है: 1.तलाक लेने के लिए पहले तीन महीने का विचाराधीन काल लगता है। इस अवधि के बाद, तलाक प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। 2.तलाक की प्रक्रिया को शुरू करने के लिए, शादीशुदा व्यक्ति को अपने नजदीकी …

मर्जी से शादी ना होने पर कितने समय में डाइवोर्स लिया जा सकता है? Read More »

पुलिस को इन्वेस्टीगेशन करने की शक्तियां क्या है?

पुलिस को इन्वेस्टीगेशन करने की शक्तियां क्या है?

पुलिस इन्वेस्टीगेशन एक प्रक्रिया है जिसमें पुलिस अधिकारी एक अपराध की जांच करते हैं ताकि अपराधी को खोजा जा सके और उसे कानूनी कार्रवाई के लिए बचाया जा सके। यह प्रक्रिया एक अपराध के आरोपों के संदर्भ में शुरू होती है या जब कोई अपराध रिपोर्ट करता है। पुलिस इन्वेस्टिगेशन क्या है  पुलिस इन्वेस्टीगेशन एक …

पुलिस को इन्वेस्टीगेशन करने की शक्तियां क्या है? Read More »

पुलिस केस की किस प्रकार इन्वेस्टीगेशन करती है?

पुलिस केस की किस प्रकार इन्वेस्टीगेशन करती है?

पुलिस केस की जांच करने के लिए विभिन्न तकनीकों का उपयोग करती है। यह तकनीक घटना से संबंधित होती हैं जिनमें निम्नलिखित बातें शामिल होती हैं: 1.शामिल लोगों से पूछताछ करना जैसे ज़िम्मेदार, साक्षी, गवाह, आरोपी, आदि। 2.जगह की जाँच करना और संदिग्ध वस्तुओं के विवरण दर्ज करना। 3.शामिल लोगों के साथ बातचीत का लेखा …

पुलिस केस की किस प्रकार इन्वेस्टीगेशन करती है? Read More »

केस इन्वेस्टीगेशन पूरी होने पर पुलिस किस तरह रिपोर्ट तैयार करती है?

केस इन्वेस्टीगेशन पूरी होने पर पुलिस किस तरह रिपोर्ट तैयार करती है?

केस इन्वेस्टीगेशन के पूरा होने पर पुलिस एक रिपोर्ट तैयार करती है जिसे ‘चार्जशीट’ भी कहा जाता है। चार्जशीट में जांच के दौरान पाए गए सभी सबूतों, गवाहों के बयानों, संग्रहित डेटा और अन्य संबंधित जानकारी का विवरण दिया जाता है। यह रिपोर्ट जाँच के अनुसार किसी व्यक्ति या संगठन के खिलाफ धारा का उल्लंघन …

केस इन्वेस्टीगेशन पूरी होने पर पुलिस किस तरह रिपोर्ट तैयार करती है? Read More »