कानूनी सलाह

एम्प्लॉयमेंट कॉन्ट्रैक्ट और इसका महत्व

एम्प्लॉयमेंट कॉन्ट्रैक्ट और इसका महत्व

एक नियोक्ता (employer) और कर्मचारी (employee) के बीच हुआ एक औपचारिक रोजगार समझौता (formal employment contract) कर्मचारी के उस कंपनी के साथ काम करने के सभी नियम, कानून और शर्तों को तय करता है। यह निहित, मौखिक या लिखित हो सकता है, और अक्सर कर्मचारी को एक नई कंपनी ज्वाइन करने से पहले एक फॉर्मल …

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क्या कोर्ट द्वारा पति के साथ रहने के लिए पत्नी को मजबूर किया जा सकता है?

क्या कोर्ट वाइफ को हस्बैंड के साथ रहने के लिए मजबूर कर सकता है?

अगर एक पार्टनर बिना किसी वैलिड रीज़न के दूसरे पार्टनर को छोड़ देता है तो हिन्दू मैरिज एक्ट के सेक्शन 9 के तहत वैवाहिक अधिकारों की बहाली/रेस्टिटूशन के लिए एक सोल्यूशन दिया गया है। बहाली या रेस्टिटूशन का मतलब होता है – अगर एक पार्टनर अपने वैवाहिक घर या ससुराल को छोड़ने का फैसला करता …

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मैरिज काउन्सलिंग की प्रोसेस, खर्चा और साइड इफेक्ट्स क्या है?

मैरिज काउन्सलिंग की प्रोसेस, खर्च और साइड इफेक्ट्स

मैरिज काउंसलिंग उन कपल्स के लिए एक तरह की साइकोलोजिक्ल थेरेपी है जिनका रिश्ता खत्म होने की कगार पर है या जिनका रिश्ता खत्म होने की ओर बढ़ रहा है। थेरेपी का यह ट्रीटमेंट अलग-अलग शादियों की अलग-अलग सिचुएशन पर डिपेंड करता है। यहां तक ​​​​कि सबसे खुश कपल को भी अपने रिश्तों में परेशानी …

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अब मुस्लिम महिलाओं के पास भी खुला के रूप में डाइवोर्स देने का अधिकार है?

तलाक-ए-हसन इतना गलत नहीं है, महिलाओं के पास भी खुला के रूप में एक ऑप्शन है।

हाल ही में, जस्टिस संजय किशन कौल और एमएम सुंदर की सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने कहा कि “प्राइमा फेशिया तलाक-ए-हसन इतना भी गलत नहीं है, महिलाओं के पास भी ‘खुला’ के रूप में एक ऑप्शन है।  इस्लाम के तहत प्रचलित तलाक-ए-हसन में, एक हस्बैंड अपनी वाइफ को तीन महीने तक हर महीने एक बार …

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हाई कोर्ट ने हस्बैंड को निर्देश दिया कि वाइफ को लॉयर हायर करके शादी तोड़ने की कार्यवाही करने के लिए 25000 रुपये दे।

हाई कोर्ट ने हस्बैंड को निर्देश दिया कि वाइफ को लॉयर हायर करके शादी तोड़ने की कार्यवाही करने के लिए 25000 रुपये दे।

पूजा एस v अभिषेक शेट्टी के केस में, कपल ने साल 2011 में शादी की और उनके 2 बच्चे हैं, बाद में हस्बैंड ने हिंदू मैरिज एक्ट के सेक्शन 13 (1) (i) और (ii) के तहत तलाक की मांग करते हुए याचिका दायर की। पत्नी ने हिंदू विवाह अधिनियम की धारा 24 के तहत एक …

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आर्बिट्रेशन के फैसले में देरी होने पर उसके फैसले को चैलेंज किया जा सकता है।

आर्टीब्रेशन के फैसले में देरी होने पर उसके फैसले को चैलेंज किया जा सकता है।

जज विभु बाखरू की सिंगल जज बेंच ने कहा कि अगर बिना किसी वैलिड रीज़न के आर्बिट्रल अवार्ड में देरी होती है, तो ऐसे केसिस में आर्बिट्रेशन के फैसले को चैलेंज किया जा सकता है। इस केस के दौरान यह माना गया कि बिना किसी एक्सप्लेनेशन दिए आर्बिट्रेशन के फैसले में देरी करना भारत की …

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भारत में धर्म के अनुसार एडॉप्शन प्रोसेस क्या है?

भारत में धर्म के अनुसार एडॉप्शन प्रोसेस क्या है?

भारत में सभी धर्मो के अलग अलग पर्सनल लॉ बनाये गए है। ताकि किसी धर्म के लोगों को परेशानी ना हो और वह अपनी ज़िंदगी अच्छे से जी पाए। इस पर्सनल लॉ के अंदर परसनल मैटर्स जैसे शादी, डाइवोर्स, चाइल्ड कस्टडी, मेंटेनेंस, आदि आता है। आईये जानते है इन पर्सनल लॉ के तहत अलग-अलग धर्मों …

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टॉप 5 राइट्स, जो हर अन मैरिड कपल को पता होने चाहिए।

टॉप 5 राइट्स, जो हर अन मैरिड कपल को पता होने चाहिए।

कई बार कपल किसी पार्क, मंदिर या किसी और पब्लिक प्लेस में बैठे होते है। और पुलिस आकर उन्हें परेशान करने लगती है। कपल को अरेस्ट करने की या उनके पेरेंट्स को इन्वॉल्व करने की बात करती है। तो कपल घबरा जाते है। ऐसे में वह पुलिस द्वारा पूछे गए नार्मल सवालों जैसे उनका नाम …

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महिलाओं को घरेलू हिंसा होने पर सरकार से क्या मदद मिल सकती है?

महिलाओं को घरेलू हिंसा होने पर सरकार से क्या मदद मिल सकती है?

जब एक महिला पर उसके मायके या ससुराल के लोग किसी प्रकार की हिंसा करते है। तो वह कानून की नज़र में घरेलू हिंसा होती है। भारत में महिलाओं को घरेलू हिंसा से बचाने के लिए कई कानून बनाये गए। इसके लिए सबसे पहला कानून दहेज निषेध अधिनियम,1961 बनाया गया। जिसके तहत दहेज का लेन-देन …

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एक दिन में कोर्ट मैरिज कैसे करें?

एक दिन में कोर्ट मैरिज कैसे करें?

अगर आप भी लव मैरिज करने की सोंच रहे है। और चाहते है कि आपकी शादी कानूनी वैलिड तरीके से एक-दो दिन के अंदर हो जाये। तो इसके लिए आपके पास तीन तरीके है। पहला, हिन्दू मैरिज एक्ट से मैरिज और कोर्ट रजिस्ट्रेशन और दूसरा स्पेशल मैरिज एक्ट से कोर्ट मैरिज। यह दोनों तरीके अलग …

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