मुंबई में कोर्ट मैरिज की प्रक्रिया क्या है?
मुंबई में कोर्ट मैरिज की प्रक्रिया क्या है?
विशेष विवाह अधिनियम के तहत विवाह के लिए आवेदन कैसे करें
अगर बेटी बालिग़ बेटी मानसिक एवं शारीरिक रूप सक्षम है तो वो गुजारे भत्ते की हकदार नहीं है। सुप्रीम कोर्ट कहना है कि अगर अविवाहित है लेकिन वो सक्षम है तो सीआरपीसी धारा 125 के अंतर्गत वो अपने पिता से गुजारे भत्ते की मांग नहीं कर सकती। गौरतलब है कि हिंदू दत्तक एवं भरण-पोषण अधिनियम, …
भारत में शादी करना व्यक्ति का मौलिक अधिकार है। कोइ भी युवा अपनी पसंद से शादी कर सकता है। इसमे जात-धर्म या क्षेत्र कोइ भी बाधा नहीं बन सकता। लेकिन कुछ रिश्ते ऐसे हैं जिनमे शादी नहीं की जा सकती। ये सपिंड रिलेशनशिप कहलाते हैं। मौलिक अधिकार होने के बावजूद भी कपल इन रिश्तों में …
अगर आप भी आते हैं इस रिश्ते में तो नहीं कर सकते शादी Read More »
गुजरात हाईकोर्ट ने 18 साल की एक लड़की के परिवार को निर्देश दिया कि वो अपनी बेटी को उसकी मर्जी से जिन्दगी जीने दें। गुजरात हाईकोर्ट ने पांचाल विजयकुमार रमेश कुमार वर्सेस गुजरात स्टेट के फैसले में ये टिप्पणी की। दरअसल दिव्याबेन नाम की लड़की जिस लडके से प्यार करती है उसकी उम्र 19 …
गुजरात हाईकोर्ट ने माँ बाप से कहा बेटी को जीने दो उसकी जिन्दगी Read More »
पुष्पा देवी एंड अदर्स वर्सेस पंजाब स्टेट एंड अदर्स मामले में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने एक लिव-इन जोड़े को सुरक्षा देने के आदेश दिए हैं। इस केस में 21 साल की लड़की 19 साल के लड़के के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में थी। न्यायमूर्ति अरुण कुमार त्यागी की एकल न्यायाधीश पीठ ने उनके रिश्ते को …
बालिग़ है तो रह सकते हैं लिव-इन में – पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट Read More »
समय के साथ भारत में भी रिश्ते बदल रहे हैं इनमे एक रिश्ता है लिव-इन-रिलेशनशिप। मेट्रो कल्चर में पनपा ये रिश्ता अब छोटे शहरों में भी पहुँच गया है। अक्सर युवा लिव-इन-रिलेशनशिप से जुड़े बहुत सारे सवाल पूछते हें खास तौर से एक सवाल पूछा जाता कि क्या लिव-इन रिलेशन में रहने के लिए कोइ …
लिव-इन-रिलेशनशिप में क्या लड़की रेप के चार्ज लगा सकती है? Read More »
भारत में शादी जन्मों का रिश्ता माना जाता है। लेकिन कई बार किसी एक पार्टनर की वजह से शादी निभाना मुश्किल होता है। ऐसे में अगर तलाक लेना हो तो बड़ी समस्या हो जाती है। खासतौर से एकतरफा तलाक बड़ी मुश्किल बात लगती है। कई बार आम लोगों को इतनी भी जानकारी नही होती कि …
एक सैनिक दंपत्ति के तलाक के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने मानसिक क्रूरता को लेकर टिपण्णी की। कोर्ट ने कहा कि उच्च शिक्षित व्यक्ति का अपने जीवनसाथी की प्रतिष्ठा और करियर को ख़राब करना मानसिक क्रूरता है। तलाक के मामले में फ़ौजी पति ने फैमिली कोर्ट में अर्जी दी कि उनकी शादी 2006 में हुई …