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डाइवोर्स कितने प्रकार के होते है?

डाइवोर्स कितने प्रकार के होते है?

तलाक किसी भी शादीशुदा जोड़े के लिए किसी दुरास्वप्न से कम नहीं होता है। मगर तलाक अक्सर परिस्थिति जन्य ही होते हैं। शादीशुदा जीवन मे कुछ मामलों का बढ़ जाना कभी कभी तलाक की नौबत बन सकता है और कभी कभी यह आपसी सहमति के साथ ही एक अच्छे नोट पर लिया जाता है। सवाल …

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एग्रीमेंट क्या होता है?

एग्रीमेंट क्या होता है

एक समझौता (Agreement) अनौपचारिक हो सकता है, जिसका मतलब है कि कुछ भी देखने या लिखने की जरूरत नहीं है। हालाँकि, एक सबूत के तौर पर इसे ज्यादातर लिखित रूप में बनाया जाता है। दूसरी भाषा में, किसी काम को करने या कराने के लिए लिखित रूप से सहमति या असहमति देने को एग्रीमेंट कहा …

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किन परिस्थितियों में मानहानि का मुकदमा दायर कर सकते है?

मानहानि में कौन सी धारा लगती है

विधि द्वारा एक व्यक्ति की प्रतिष्ठा को संरक्षित किया जाता है। भारतीय दंड संहिता की धारा 11 के अनुसार जहां इंजरी को परिभाषित किया गया है वहाँ पर भी ” शरीर, दिमाग़, सम्पत्ति जैसे शब्दों के साथ ही रेप्यूटेशन यानि की इज़्ज़त की भी बात की गई है”। मानहानि को भारतीय दंड संहिता द्वारा धारा 499 …

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वेबसाइट पॉलिसीज़ का क्या महत्व है?

वेबसाइट पॉलिसीज़ का क्या महत्व हैं?

नीतियां (Policies) किसी भी बिज़नेस या किसी भी संगठन (organisation) के लिए सबसे जरूरी दस्तावेजों में से एक हैं। किसी भी कंपनी के काम करने की प्रक्रियाएं, तरीके, कानूनी नीतियां, व्यापार मॉडल, आदि की सभी डिटेल्स उस कंपनी की नीतियों में परिभाषित की जाती हैं। आम तौर पर गोपनीयता नीति (privacy policy) किसी भी वेबसाइट …

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चेक बाउंस का केस आसानी से कैसे लड़ें?

चेक बाउंस का केस आसानी से कैसे लड़ें?

गुज़रे कुछ वक्त से देश में चेक बाउंस के मामलों तीव्रता आई है। ऐसे में इन मामलों से निपटने के लिए माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने केंद्र सरकार को कुछ निर्देश भी जारी किए हैं। निर्देश में चेक बाउंस की समस्या से जुड़े कानून के सुधार की बात कही गई है इसके साथ ही इन मामलों …

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कॉरपोरेट के लिए कॉन्ट्रैक्ट कैसे तैयार किये जाते है?

कॉरपोरेट कानून के लिए कॉन्ट्रैक्ट कैसे तैयार किये जाते है?

अनुबंधों (Contracts) और समझौतों (agreements) को कॉरपोरेट की दुनिया का दिल माना जाता है। इसलिए, यह समझना जरूरी है कि सभी कॉन्ट्रैक्ट को बहुत ही सावधानीपूर्वक तैयार किया जाना चाहिए ताकि पार्टियों के बीच भविष्य में पैदा होने वाली किसी भी प्रकार की गलतफहमी को पहले ही ख़त्म किया जा सके। जैसा पहले भी कहा …

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एम्प्लॉयमेंट कॉन्ट्रैक्ट्स कितने प्रकार के होते है?

एम्प्लॉयमेंट कॉन्ट्रैक्ट्स कितने प्रकार के होते है?

आजकल लोग नौकरी करने से ज्यादा स्टार्टअप को पसंद कर रहे है। मार्किट में एक नए बिज़नेस की स्थापना करने को स्टार्टअप खोलना कहते है। ऐसा जरूरी नहीं है कि इसे एक बड़े स्तर/लेवल पर खोला जाये, छोटे स्तर पर एक नए बिज़नेस की शुरुवात करने की भी स्टार्टअप ही कहा जाता है। चाहें कोई …

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कॉन्ट्रैक्ट ड्राफ्टिंग क्या है?

कॉन्ट्रैक्ट ड्राफ्टिंग से आप क्या समझते है?

एक कॉन्ट्रैक्ट एक लिखित समझौता (written agreement) होता है जो दो या दो से ज्यादा पार्टियों के बीच अलग-अलग प्रकार का संबंध बनाता है और हर पार्टी के दायित्वों और अधिकारों के बारे में बताता है। इस प्रकार के कॉन्ट्रैक्ट्स किसी भी कुशल लॉयर से ड्राफ्ट कराये जा सकते है। कॉन्ट्रैक्ट को ड्राफ्ट करने का …

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कंपनी समय पर सैलरी नहीं दे रही? जानिए अपने कानूनी अधिकार और समाधान

Company is not paying salary on time? Know your legal rights and solutions

जब मेहनताना ही न मिले – आपने समय पर काम किया, टारगेट पूरा किया, ओवरटाइम तक लगाया… लेकिन जब महीने के आखिर में तनख्वाह नहीं आई तो सबसे बड़ा सवाल खड़ा होता है – अब क्या करें? भारत के श्रमिक कानून न केवल न्यूनतम वेतन की गारंटी देते हैं, बल्कि यह सुनिश्चित करते हैं कि …

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जन्म और मृत्यु रजिस्ट्रेशन एक्ट, 1969 क्या है?

जन्म और मृत्यु रजिस्ट्रेशन एक्ट, 1969 क्या है?

भारत में सभी नागरिकों के जन्म और मृत्यु का रजिस्ट्रेशन, जन्म और मृत्यु एक्ट, 1969 के तहत किया जाता है। अब, यह सवाल उठता है कि किसी व्यक्ति के जन्म और मृत्यु को रजिस्टर करना क्यों जरूरी है। किसी व्यक्ति के जन्म और मृत्यु का रिकॉर्ड रखना या उनकी मृत्यु की वजह को जानना देश …

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