किसी व्यक्ति के लिए उसकी इज़्ज़त सबसे ज़्यादा ज़रूरी होती है। समाज में प्रतिष्ठा और सम्मान पाने में लोगों की एम उम्र बीत जाती है। ऐसे में यदि किसी व्यक्ति की प्रतिष्ठा पर प्रहार किया जाता है या उसे बदनाम किया जाता है या उसे मानहानि का सामना करना पड़ता हैतो यह व्यक्ति के लिए बहुत बड़ी क्षति होती है।
भारत में कानून के माध्यम से व्यक्ति अपनी प्रतिष्ठा को भी संरक्षित करने का अधिकार रखता है। आईपीसी की धारा 11 में भी इंजरी के अर्थ में सम्मान को भी सम्मिलित किया गया है। यानि यदि प्रतिष्ठा पर आघात किया जाएगा तो यह भी एक प्रकार की चोट ही कही जाएगी। प्रतिष्ठा पर हुए इस आघात को भारतीय कानून में मानहानि के नाम से परिभाषित किया जाता है।
आइए आज इस लेख में हम समझते हैं की मानहानि के केस करने की पूरी प्रक्रिया क्या है?
मानहानि का केस करने की पूरी प्रक्रिया क्या है? इसे जानने से पूर्व हमें यह जानना होगा कि मानहानि का केस करने के लिए कौन से कानून हैं? वे कौन से प्रावधान हैं जिन के तहत मानहानि का केस किया जा सकता है?
आई पी सी की धारा 499 में मानहानि को एक दंडनीय अपराध बताया गया है। वहीं साथ ही सी पी सी की धारा 19 भी मानहानि का केस करने का प्रावधान रखती है। सी पी सी के आदेश 7 के तहत भी मानहानि का केस किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त सी आर पी सी की धारा 200 भी मानहानि का केस करने की अनुमति देती है। जहाँ आई पी सी की धारा 499 के तहत मानहानि का केस आपराधिक मुकदमा होगा वहीं सी पी सी की धारा 19 के तहत मानहानि का केस एक दीवानी मुकदमा यानि कि सिविल केस होगा। इन दोनों में ही होने वाले मानहानि का केस की प्रक्रिया अलग होती है। आइये समझते हैं मानहानि का केस करने की पूरी प्रक्रिया क्या है?
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मानहानि का दीवानी मुकदमा
मानहानि का दीवानी मुकदमा करने के लिए न्यायालय में एक लिखिति शिकायत करनी होगी इसके साथ ही कोर्ट फीस एवं प्रोसेस फ़ीस भी भरनी होगी। इस के बाद न्यायालय द्वारा इस बात को सुनिश्चित किया जाएगा कि यह केस कितना सही है? कोर्ट के संतुष्ट होने पर अगले चरण में लिखित बयानों को तीस दिनों के नोटिस के भीतर जमा करना होता है। इस के बाद जवाब पेश किये जाएंगे और फिर कोर्ट द्वारा इश्यू फ्रेम कर गवाह को पेश करने के लिए कहा जाएगा। इस के बाद अंतिम बहस के साथ ही कोर्ट अपना आख़िरी आदेश पारित कर फैसला सुनाएगा।
मानहानि का आपराधिक मुकदमा
मानहानि का आपराधिक मुकदमा करने के लिए भी कुछ चरणों का पालन किया जाना होगा तब ही मानहानि का आपराधिक मुकदमा दायर किया जा सकेगा। आइये जानते हैं मानहानि का आपराधिक मुकदमा दायर करने की पूरी प्रक्रिया क्या है?
- मानहानि का आपराधिक मुकदमा दायर करने के लिए सबसे पहले पुलिस में शिकायत करनी होगी।
- पुलिस में कई गई इस शिकायत को मजिस्ट्रेट के सामने लाया जाएगा।
- मजिस्ट्रेट की अनुमति से अधिकारियों द्वारा मामले की जांच शुरू की जाएगी।
- मजिस्ट्रेट के संतुष्ट होने पर आरोपी को कोर्ट में पेश होने के लिए नोटिस जारी होगा।
- पुलिस जांच पड़ताल के बाद अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।
- चार्जशीट दाखिल होने के बाद सी आर पी सी की धारा 190 के तहत आरोपी के नाम वारंट जारी किया जाएगा।
- दोष सिद्ध होने पर धारा 229 के तहत आरोपी को सजा सुनाई जाएगी।
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