शादी करना अक्सर कपल्स के लिए एक बड़ा कदम होता है, और इसी के साथ वह अपने नए जीवन में कदम रखते है। आम तौर पर एक शादी अलग-अलग संस्कृतियों, धर्मों और राज्यों के लोगों द्वारा सभी रस्मों और सुधारों के साथ की जाती है, लेकिन आजकल यह आम बात है कि ज्यादातर कपल्स आमतौर सुरक्षा उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए कोर्ट की प्रोसेस के द्वारा कोर्ट मैरिज के रूप में शादी करने को ज्यादा सही समझ रहे है। दो लोगों के बीच एक लीगल यूनियन दोनों पार्टनर्स को कुछ अधिकार देती है और कुछ दायित्वों को लागू करती है। दूसरे शब्दों में कहें तो, एक यूनियन दो लोगों को सोशल, फॉर्मल और लीगल कॉन्ट्रैक्ट के रूप में उनके जीवन को लीगल, इकोनोमिक और इमोशनल रूप से एक साथ बांधता है।
लेकिन हम सभी जानते हैं कि कोर्ट मैरिज में बहुत समय लगता है और कभी-कभी इसे फॉलो करना एक लंबी प्रोसेस बन जाती है, जहां हमें जरूरी नियमों/रूल्स, विनियमों/रेगुलेशन्स, प्रलेखन/डॉक्यूमेंटेशन, योग्यताओं/क्वॉलिफिकेशन्स से गुजरना पड़ता है, कोर्ट से शादी करने के लिए मैरिज रजिस्ट्रार के ऑफिस और पुलिस स्टेशन जाना पड़ता है।
कोर्ट मैरिज करने की शर्तें:
- सिविल मैरिज कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने से पहले, दोनों पार्टियों को एक्ट में बताई गयी सभी जरूरतों को पूरा करना चाहिए।
- किसी भी पार्टी की पहले से किसी अन्य व्यक्ति के साथ शादी नहीं हुई होनी चाहिए और अगर हुई है तो पार्टी के पास पुराने पार्टनर का डेथ सर्टिफिकेट या डाइवोर्स डिक्री होना जरूरी है।
- लड़की की उम्र 18 साल पूरी और दूल्हे की उम्र 21 साल पूरी होनी चाहिए।
- शादी करने वाले दोनों पार्टनर्स के बीच ऐसा कोई वर्जित रिलेशन नहीं होना चाहिए।
खैर, ये सभी जरूरी डिटेल्स हैं जिनका सख्ती से पालन करने की आवश्यकता जरूरत है अगर आप सच में कोर्ट मैरिज प्रोसेस के माध्यम से शादी करना चाहते हैं। शादी करने के इच्छुक कपल्स अक्सर अलग-अलग सिचुऎशन्स या जगहों से आते हैं, कुछ कपल सभी परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों के सपोर्ट से शादी करते हैं। लेकिन, कभी कभी एक ऐसी सिचुएशन आती है जहां कपल्स घर छोड़कर एक दूसरे के साथ भाग जाते है क्योंकि उन्हें उनकी फैमिली या गार्डियन से इस शादी के लिए सपोर्ट नहीं मिला होता है। और जब वह बिना किसी को बताये शादी कर लेते है, तो वह चिंतित हो जाते हैं और एक ऐसी प्रोसेस में फंस जाते हैं जहां उन्हें पूरी प्रोसेस के तहत पुलिस स्टेशन जाना पड़ता है।
क्या आप को कानूनी सलाह की जरूरत है ?
अब यहां सवाल उठता है कि कोर्ट मैरिज के बाद पुलिस स्टेशन जाने से कैसे बचा जाए-
अगर आप कोर्ट मैरिज के बाद पुलिस स्टेशन जाने से बचना चाहते हैं, तो कुछ स्टेप्स का बहुत सावधानी से पालन करने की जरूरत है:
- कोर्ट मैरिज सभी सही प्रोसेस और फंक्शनलिटीज़ के साथ की जानी चाहिए – जब आप एक कपल के रूप में सभी उचित डाक्यूमेंट्स के साथ सही तरीके से अपनी शादी को पूरा करेंगे, कानूनी रूप से शादी की उम्र पूरी होने पर, सभी वैलिड डाक्यूमेंट्स को साथ लेकर करेंगे, तो आपको कोई परेशानी नहीं होगी और कोर्ट मैरिज के बाद शायद आपको पुलिस स्टेशन जाने की जरूरत भी नहीं होगी।
- सभी सावधानी बरतें: कोर्ट मैरिज प्रोसेस के माध्यम से शादी करने वाले सभी कपल्स के पास मैरिज सर्टिफिकेट होता है। साथ ही, सभी लीगल फोर्मलिटीज़ का सही तरीके से पालन किया जाता है। लेकिन कभी कभी इतना सब सही करने के बावजूद भी कपल्स को शादी में कुछ चीजों की कमी की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इंटिमेशन लेटर या अखबार में खबर पब्लिश करने जैसी प्रोसेस को नज़रअंदाज़ करके कपल्स कभी कभी खुद के लिए परेशानी खड़ी क्र लेते है, जहां उन्हें पुलिस का सामना भी करना पड़ता है।
- हमेशा सही समय पर माता-पिता/पेरेंट्स को बताना: कभी-कभी, विशेष रूप से लड़की अपने पेरेंट्स से रिश्ता तोड़ लेती हैं और अपने मायके में कभी वापस ना जाने में विश्वास करती हैं, जो कि सही तरीका नहीं माना जाता है। इसलिए मैरिड कपल्स को हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि लड़का और लड़की दोनों शादी करने के बाद अपने-अपने पेरेंट्स को कोर्ट की प्रोसेस के माध्यम से शादी के बारे में बताएं।
तो अगर आप इन सभी जरूरी स्टेप्स को फॉलो करते हैं तो आपको शादी करने के बाद पुलिस स्टेशन जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। लीड इंडिया हमेशा अपनी प्रैक्टिस और दिमाग में सभी छोटी बड़ी डिटेल्स को ध्यान में रखता है ताकि कोई भी गलती मैरिड कपल्स को कभी परेशान ना कर पाए। हम हमेशा सर्वोत्तम तरीके से सबसे बेस्ट सर्विस देते हैं।