नीतियां (Policies) किसी भी बिज़नेस या किसी भी संगठन (organisation) के लिए सबसे जरूरी दस्तावेजों में से एक हैं। किसी भी कंपनी के काम करने की प्रक्रियाएं, तरीके, कानूनी नीतियां, व्यापार मॉडल, आदि की सभी डिटेल्स उस कंपनी की नीतियों में परिभाषित की जाती हैं। आम तौर पर गोपनीयता नीति (privacy policy) किसी भी वेबसाइट के लिए सबसे जरूरी दस्तावेजों में से एक होती है और यह एक कानूनी दस्तावेज है। साथ ही, उस वेबसाइट पर आने वाले लोगों को यह जानने का अधिकार है कि वेबसाइट कौन सी जानकारी इकठ्ठा कर रही है।
दस्तावेज़ीकरण:
दस्तावेज़ीकरण (Documentation) करना हर कंपनी या संगठन के लिए जरूरी है:
उपयोग की शर्तें:
बिज़नेस या वेबसाइट की डिटेल्स वेबसाइट पर प्रस्तुत किया जाना चाहिए।
गोपनीयता नीति:
गोपनीयता नीति (Privacy Policy) एक जरूरी नीति है जो आपके द्वारा संग्रहीत और मैनेज किए गए डेटा के प्रकार के बारे में जानकारी देती है।
अस्वीकरण नीति:
अस्वीकरण नीति (Disclaimer Policy) उपयोगकर्ता या क्लाइंट्स को जानकारी देती है कि वेबसाइट का मालिक आपको वेबसाइट पर प्रदान की गई सलाह या जानकारी के लिए ज़िम्मेदार नहीं है।
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धनवापसी नीति:
धनवापसी नीति (Refund Policy) ई-कॉमर्स कंपोनेंट्स वाली वेबसाइटों की वापसी नीति होती है, भले ही आप कुछ भी वापस नहीं करते हैं, फिर भी यह वापसी नीति में लिखा होगा।
शिपिंग नीति:
यह नीति आपके द्वारा सामानों को आपके ग्राहकों तक पहुंचने के तरीके के बारे में बताती है।
संपर्क/कॉन्टेक्ट डिटेल्स:
कंपनी हमेशा अपने ग्राहकों या उपयोगकर्ताओं को उनसे संपर्क करने की अनुमति देगी, इसलिए उनसे संपर्क करने की सभी डिटेल्स देना जरूरी है।
नीतियां बनाने के कारण:
वैधता (Legality):
नीतियों की सबसे बड़ी जरूरत, कंपनियों के अधिकतम टारगेट पूरा होने पर, अलग-अलग देशों के कानूनों के लागू होने की वजह से होती है।
तीसरी पार्टी द्वारा जरूरत:
तीसरी पार्टी के बढ़ते अनुप्रयोगों के लिए सभी बिज़नेस भागीदारों को यह प्रकट करने की जरूरत होती है कि वे अपने डेटा को कैसे संभालेंगे और मैनेज करेंगे। किसी भी सॉफ़्टवेयर का उपयोग करने के लिए हमें नीतियों की जरूरत पड़ती है।
ग्राहकों के साथ विशवास बनाएं:
इन दिनों ग्राहक बहुत ज्यादा विश्लेषणात्मक (analytical) होते जा रहे हैं और वह मांग करते है कि उन्हें सभी काम करने के तरीकों और कंपनी के डेटा को कैसे मैनेज किया जाता है इसके बारे में जानकारी दी जाए, इसीलिए बिज़नेस नीतियों में सब कुछ परिभाषित करना जरूरी है।
असुरक्षा महसूस करते ग्राहक:
लोग अपनी प्राइवेसी को लेकर बहुत चिंतित और सावधान होते हैं। और आज के दौर में इस प्रकार का डर या असुरक्षित महसूस करना आम बात है। इसीलिए यह कई लोगों को प्राइवेसी के बारे में ज्यादा जानने में रुचि रखता है, और एक बार जब वे उसमे आने वाले रिस्क्स को जान जाते हैं, तो वे अक्सर यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि उनकी जानकारी सुरक्षित है।
लायबिलिटी:
किसी भी हानि या नुक्सान के लिए उत्तरदायी व्यक्ति के लिए हमेशा निष्पक्ष स्पष्टता और निर्णय लेना चाहिए।
लीड इंडिया के वकील बिज़नेस की जरूरतों के अनुसार नीतियों को तैयार करने में एक्सपर्ट हैं। किसी भी प्रकार की कानूनी सहायता के लिए हमसे सम्पर्क करें।