कपल के लिए इंटिमेशन लेटर सुरक्षा कवच है।

कपल के लिए इंटिमेशन लेटर सुरक्षा कवच है।

इंटिमेशन लेटर एक ऐसा पत्र है जो गंभीर परिस्थियों में कपल को सुरक्षा प्रदान करता है और उनके माता-पिता तक कपल की शादी की सूचना पहुँचाता है। ज्यादातर जब कपल्स अपने माता-पिता की मर्जी के बिना शादी कर लेते है तो उनपर बड़े सारे झूठे इल्जाम लगा दिए जाते है जैसे यह नाबालिग है, इन्होने घर से  चोरी की है इत्यादि इत्यादि। उस स्थिति में कपल इस लेटर में सभी जरूरी बातें लिखवाकर अपने मैरिज सर्टिफिकेट के साथ अपने पेरेंट्स, अपने जिले के पुलिस स्टेशन और जिला सुपरिंटेंडेंट को भेज सकते है। ताकि उन्हें किसी झूठी शिकायत  के कारण प्रताडना या अन्य किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े। इस लेटर को एक एक्सपर्ट लॉयर द्वारा तैयार किया जाता है। 

अभी भी ज़्यादातर शादियां लड़की और लड़के के मता-पिता कि मर्जी और अनुमति से ही होती है। इसका एक बड़ा कारण यह भी है की कई बार कपल्स खुद लव मैरिज करने से पीछे हट जाते है। कभी समाज की बदनामी के डर से, तो कभी रोज़ सामने आते नए-नए ऑनर किलिंग के मामलों की वजह से। हालाँकि, इस लेटर के माध्यम से अब कपल्स को एक उम्मीद और एक नया रास्ता मिला है। जिसपर चल कर वह अपनी पसंद के जीवनसाथी के साथ अपनी ज़िन्दगी गुज़ार सकते है।

क्या आप को कानूनी सलाह की जरूरत है ?

अलग जाती या धर्म के कपल जरूर दें ध्यान!

भारत में जाति और धर्म को सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है। सभी बच्चों के माता-पिता भी यही चाहते है कि उनके बच्चों की शादी उन्ही के धर्म या जाति में हो ऐसे में जब बच्चे लव मैरिज करने की बात करते है तो माता-पिता का दिल टूट सा  जाता है। और वह यह नहीं समझ पाते की उनके बच्चों की ख़ुशियाँ कहाँ और किसके साथ है। हज़ारों बार भारत ऐसे कपल्स की मृत्यु का साक्ष बना है जो की सरासर गलत है। यह लेटर आपको इस कगार पर कभी नहीं आने देगा। अंतर्जातीय या अलग धर्म में शादी करने वाले कपल इस बात का खास ख्याल रखें कि उन्हें इस मामले में कहीं भी सुस्त नहीं होना है, क्योंकि ऐसे मामलों में उन्हें सुरक्षा की आवश्यता होती ही है। 

इसे भी पढ़ें:  अगर पति खर्चा ना उठाए तो क्या कोर्ट केस किया जा सकता है?

सुरक्षा के लिए क्या विवाह का रजिस्ट्रेशन जरूरी है?

ऐसे कपल्स जिनके जाती, धर्म, राष्ट्र अलग है वह भी आपस में शादी कर सकते है। ऐसे व्यक्तियों की शादियां 1954 के स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत कराई जाती है। और इनका रजिस्ट्रशन भी इसी एक्ट के तहत होता है। जब तक शादी को रजिस्टर नहीं कराया जाता है तब तक शादी क़ानून की नज़र में अधूरी मानी जाती है। इसीलिए सभी कपल्स को सलाह दी जाती है की चाहें आपकी शादी किसी भी मैरिज एक्ट के तहत या किसी भी परिस्थिति में हुई हो आपको शादी का रजिस्ट्रेशन जरूर करवाना चाहिए। अगर कपल इंटिमेशन लेटर द्वारा या हाई कोर्ट द्वारा सुरक्षा लेना चाहते है तब भी उन्हें अपनी शादी के सर्टिफिकेट की फोटोकॉपी लगाने के जरूरत पड़ती है। 

लीड इंडिया अपनी एक्सपर्ट वकीलों की टीम के साथ हर कपल की परिस्थिति के अनुसार उनकी सुरक्षा के लिए इंटिमेशन लेटर तैयार कराते है। आप इंटिमेशन लेटर, कोर्ट द्वारा सुरक्षा मुहैया कराने या अन्य किसी भी प्रकार की सुरक्षा के लिए हमसे सीधा सम्पर्क कर सकते है।

Social Media