भारत में ऑनलाइन गेमिंग पर बेहतर कानून होने की जरूरत क्यों है?

भारत में ऑनलाइन गेमिंग पर बेहतर कानून होने की जरूरत क्यों है?

ऑनलाइन गेम में ज्यादा समय बिताने से बच्चों को रोकने के उपाय

ऑनलाइन गेम में ज्यादा समय बिताने से बच्चों पर नकारात्मक असर पड़ सकता है, जैसे कि वे निष्पक्ष विचारधारा खो सकते हैं, सामाजिक संबंधों से दूर हो सकते हैं, और अन्य गतिविधियों से वंचित हो सकते हैं।

अगर आप एक अभिभावक हैं और आपके बच्चे इस समस्या से जूझ रहे हैं, तो आप कुछ उपाय कर सकते हैं।

सीमित समय

बच्चों के लिए ऑनलाइन गेम खेलना भी मनोरंजन का एक साधन होना चाहिए। लेकिन इसे सीमित समय में खेलना चाहिए। इस तरह से, वे अन्य गतिविधियों और सोशलाइजेशन से नहीं वंचित होंगे।

क्या आप को कानूनी सलाह की जरूरत है ?

सीमित एक्सेस

ऑनलाइन गेम को खेलने के लिए समय सीमा के साथ-साथ, बच्चों को ऑनलाइन गेम का सीमित एक्सेस देना भी जरूरी है। बच्चों को ज्यादा से ज्यादा उन गेमों तक सीमित करना चाहिए जो उनके उम्र के लिए उपयुक्त होते हैं।

समय-समय पर नियंत्रण

बच्चों को समय-समय पर नियंत्रण करना चाहिए, ताकि वे अपने नियमित गतिविधियों के साथ साथ बाकी चीजों पर भी ध्यान दे सकें।

ऑनलाइन गेमिंग पर विदेशों में क्या नियम हैं?

कुछ देशों में, ऑनलाइन गेमिंग के समय बिताने के लिए बच्चों के लिए कुछ कानून हैं। ये कानून बच्चों के संरक्षण के लिए होते हैं और उनके संभव नकारात्मक प्रभावों से बचाने के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं।

यहां कुछ देशों में ऑनलाइन गेमिंग पर बच्चों के समय बिताने के लिए बनाए गए कुछ कानून हैं

चीन

चीन में, बच्चों के लिए ऑनलाइन गेमिंग समय सीमित होता है। बच्चों के लिए साप्ताहिक समय सीमा होती है और उन्हें ऑनलाइन गेम खेलने से पहले अपनी पहचान प्रमाणित करनी होती है।

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जापान

जापान में बच्चों के लिए ऑनलाइन गेमिंग समय सीमित होता है। उन्हें ऑनलाइन गेमिंग खेलने से पहले अपनी पहचान प्रमाणित करनी होती है।

दक्षिण कोरिया: दक्षिण कोरिया में, ऑनलाइन गेमिंग के समय सीमित होते हैं। बच्चों को ऑनलाइन गेम खेलने से पहले अपनी पहचान प्रमाणित करनी होती है और वे नाइट समय में ऑनलाइन गेम नहीं खेल सकते हैं।

भारत में ऑनलाइन गेमिंग पर बच्चो के लिए क्या कानून है

भारत में, ऑनलाइन गेमिंग के समय बिताने के लिए कुछ कानून हैं। ये कानून बच्चों के संरक्षण के लिए होते हैं और उनके संभव नकारात्मक प्रभावों से बचाने के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं।

भारत में, बच्चों के लिए ऑनलाइन गेमिंग के समय सीमित करने के लिए निम्नलिखित कानून हैं:

यूनियन कैबिनेट ने ऑनलाइन गेमिंग से संबंधित जानकारी को संशोधित करने के लिए कुछ गाइडलाइन जारी किए हैं। इन गाइडलाइन के अनुसार, बच्चों के लिए ऑनलाइन गेमिंग की उम्र सीमा 18 वर्ष से कम है।

भारत सरकार ने ऑनलाइन गेमिंग के समय सीमा को निर्धारित करने के लिए कुछ सूचनाएं जारी की हैं। इन सूचनाओं के अनुसार, बच्चों को रोजाना अधिकतम दो घंटे के लिए ऑनलाइन गेमिंग खेलने की सलाह दी जाती है।

देश में बढ़ते आनलाइन गेमिंग के ट्रेंड में लाखों की संख्या में आज युवा अपने भविष्य को किनारे रख कर अपने कीमती समय से लेकर धन तक का दुर्पयोग कर रहें हैं ।‌ यदि आपके अथवा आपके परिवार में भी किसी के साथ आनलाइन गेमिंग के माध्यम से  फ्राड हुआ है तो आप इससे संबंधित किसी भी तरह की कानूनी सहायता के लिए लीड इंडिया से संपर्क कर सकते हैं । हमारी टीम आपकी सहायता के लिए तत्पर है।

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