कानूनी नोटिस का जवाब ना देने पर क्या कार्यवाई हो सकती है?

कानूनी सूचना या लीगल नोटिस एक लीगल डॉक्यूमेंट होता है, जिसके तहत आप अपनी बात दूसरी पार्टी को लीगल तरीके से बताते है। जब एक पार्टी द्वारा दूसरी पार्टी या कई सारी पार्टीज़ को लीगल नोटिस भेजा जाता है तो वह पार्टी जिसे नोटिस मिला है वो दिए गए समय में अपने वकील के द्वारा …

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क्या कोर्ट से केस वापस लेने पर पेनेलिटी लगती है?

क्या कोर्ट से केस वापस लेने पर पेनेलिटी लगती है?

कोर्ट से केस वापस लेने के लिए कोई सीधी पेनल्टी नहीं होती है, लेकिन अगर केस वापस लेने के लिए अनुरोध किया जाता है तो वकीलों की फीस और कोर्ट फीस को वहन करना हो सकता है। इसके अलावा, अगर केस के बीच में कोई उच्चाधिकारी आर्डर जारी करता है जिसमें केस वापस लेने का …

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क्या कोर्ट केस वापस लिए जा सकता है?

क्या कोर्ट केस वापस लिए जा सकता है?

हां, भारतीय कानून के अनुसार, किसी भी स्थान पर चल रहे मुकदमे को जब तक फैसला नहीं होता है, तब तक उस मुकदमे को वापस लिया जा सकता है। यदि कोई पक्ष चाहता है कि उनके द्वारा फाइल किए गए मुकदमे को वापस लिया जाए, तो उन्हें उस मुकदमे के वकील के माध्यम से अपील …

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कोर्ट में फाइल किया गया केस वापस लेने की प्रक्रिया क्या है?

कोर्ट में फाइल किया गया केस वापस लेने की प्रक्रिया क्या है?

भारतीय संविधान के सेक्शन 257 सीआरपीसी के अनुसार, एक कम्प्लेनेंट मतलब जिस व्यक्ति ने एफआईआर या केस के रुप में शिकायत की है वो अपनी कम्प्लेन को वापस ले सकता है बशर्ते उसे इसके लिए सभी नियमों और कानूनों का पालन करना होगा। सीआरपीसी के सेक्शन 257 के तहत आपराधिक शिकायत या क्रिमिनल कंप्लेंट को …

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उधारी के पैसों को वापस लेने की कानूनी कार्यवाई किस प्रकार की जाती है?

उधारी के पैसों को वापस लेने की कानूनी कार्यवाई किस प्रकार की जाती है?

जब कोई व्यक्ति या संस्था किसी को पैसे उधार देती है या किसी से पैसे उधार लेती है, तो एक सीमित समय के बाद लेने वाले को वो पैसे वापस करने होते हैं। यदि कोई व्यक्ति या संस्था उधार लिए हुए पैसों को वापस नहीं दे पाती या नहीं तो देने वाला व्यक्ति या संस्था …

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क्या कम्पनी एक्ट के तहत चैरिटी ट्रस्ट को भी रजिस्टर कराया जा सकता है?

क्या कम्पनी एक्ट के तहत चैरिटी ट्रस्ट को भी रजिस्टर कराया जा सकता है?

हाँ, कंपनी एक्ट 2013 के तहत चैरिटी ट्रस्ट को रजिस्टर कराया जा सकता है। लीगल तरीके से किसी भी चैरिटी ट्रस्ट को रजिस्टर कराया जा सकता है ।  चैरिटी ट्रस्ट को रजिस्टर करने के लिए, आपको अपने राज्य या केंद्र शासित प्रदेश में एक निगम पंजीकरण अधिकारी से संपर्क करना होगा। चैरिटी ट्रस्ट के रजिस्ट्रेशन …

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उधारी के पैसे वापस लेने के कानूनी तरीके क्या है?

उधारी के पैसे वापस लेने के कानूनी तरीके क्या है?

उधार का पैसा क्या है? उधार का पैसा एक ऐसा पैसा होता है जो एक व्यक्ति या संस्था दूसरे व्यक्ति या संस्था को देता है जो वह बाद में वापस करता है। इसे एक उधारी ऋण के रूप में भी जाना जाता है। उधार के दौरान, उधार देने वाले व्यक्ति या संस्था को एक निश्चित …

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एक केस में चार्जशीट बनना सबसे जरूरी पहलू क्यों है?

एक केस में चार्जशीट बनना सबसे जरूरी पहलू क्यों है?

एक केस में चार्जशीट बनाने के सबसे जरूरी पहलू उस केस में सम्मिलित तथ्यों और सबूतों को ध्यान से समझना और उन्हें संग्रहीत करना होता है। चार्जशीट एक आधिकारिक दस्तावेज होता है जो एक विशिष्ट क्रिमिनल केस से संबंधित सभी तथ्यों को जमा करता है। चार्जशीट के लिए आवश्यक मुख्य जानकारी निम्नलिखित है: 1.अपराध का …

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भारत में मानहानि की क्या सज़ा है?

भारत में मानहानि की क्या सज़ा है?

भारतीय दंड संहिता के अनुसार, मानहानि के लिए धारा 499 द्वारा प्रावधानित सजा शामिल होती है। यह धारा  कहती है कि अगर कोई व्यक्ति द्वारा दूसरे व्यक्ति के सम्मान को क्षति पहुंचाई जाती है तो उसे दोनों में से किसी भांति की सजा हो सकती है: जुर्माना (फाइन) या कारावास (जेल सजा)। इन सजाओं की …

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मर्जी से शादी ना होने पर कितने समय में डाइवोर्स लिया जा सकता है?

मर्जी से शादी ना होने पर कितने समय में डाइवोर्स लिया जा सकता है?

भारतीय विवाह अधिनियम के अनुसार, मर्जी से शादी न होने पर तलाक की प्रक्रिया कुछ इस प्रकार होती है: 1.तलाक लेने के लिए पहले तीन महीने का विचाराधीन काल लगता है। इस अवधि के बाद, तलाक प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। 2.तलाक की प्रक्रिया को शुरू करने के लिए, शादीशुदा व्यक्ति को अपने नजदीकी …

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