व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा कराने का क्या उद्देश्य है?

व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा कराने का क्या उद्देश्य होता है

दुर्घटना बीमा या एक्सीडेंटल इंश्योरेन्स आपको अपने चिकित्सा बिलों का भुगतान करने में मदद करता है। इसके अंदर अन्य खर्चे भी शामिल हैं, जो आपको अचानक चोट लगने या एक्सीडेंट होने पर लग सकते हैं। इन बिलों में ट्रीटमेंट, अस्पताल में रहने, मेडिकल टेस्ट या कोई अन्य खर्च शामिल हो सकता है, जिसका आपको सामना …

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अगर रेप पीड़िता प्रेग्नेंट होती है तो उसके कानूनी अधिकार क्या है?

अगर रेप पीड़िता प्रेग्नेंट होती है तो उसके कानूनी अधिकार क्या है

दो जजों की बेंच ने पिछले साल पास हुए उस आर्डर को रद्द कर दिया, जब कोर्ट ने कहा था कि एक महिला के पेट में पल रहे भ्रूण या बच्चे को संविधान के आर्टिकल 21 के तहत जीने का अधिकार है। राजस्थान हाई कोर्ट ने कहा कि एक महिला की अपने बच्चे को जन्म …

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दुर्घटना बीमा के तहत कौन-सी घटनाएं कवर नहीं की जाती है?

दुर्घटना बीमा के तहत कौन-सी घटनाएं कवर नहीं की जाती है?

दुर्घटना बीमा दुर्घटना से उत्पन्न होने वाली किसी भी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है और ऐसी दुर्घटना के कारण किसी भी प्रकार की आय हानि के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है, रेल, वायु, सड़क, आग, टक्कर, विस्फोट के कारण होने वाली कोई भी दुर्भाग्यपूर्ण घटना और अन्य इस बीमा के …

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भारत में सुप्रीम कोर्ट की महत्ता क्या है?

भारत में सुप्रीम कोर्ट की महत्ता क्या है?

जैसा कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 124 (1) में दिया गया है, भारत में मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक सर्वोच्च न्यायालय और अतिरिक्त सात न्यायाधीश होने चाहिए, जब तक कि संसद न्यायाधीशों की संख्या में वृद्धि नहीं करती। भारत के संविधान के भाग पांच अध्याय छह में अनुच्छेद 124 से अनुच्छेद 147 के तहत …

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किन मैटर्स की सुनवाई के लिए डायरेक्ट सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं?

किन मैटर्स की सुनवाई के लिए डायरेक्ट सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं?

पहले संघीय न्यायालय, जिसे भारत सरकार अधिनियम, 1935 के तहत गठित किया गया था, ब्रिटिश शासन के दौरान भारत में सर्वोच्च न्यायालय था। वर्ष 1950 में सर्वोच्च न्यायालय अस्तित्व में आया जिसने संघीय न्यायालय का स्थान ले लिया। देश का सर्वोच्च न्यायालय होने के नाते, सर्वोच्च न्यायालय संविधान के संरक्षक और मौलिक अधिकारों के संरक्षक …

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भारत में इललीगल रूप से रहने वाले लोगों के लिए क्या सजा है?

भारत में इललीगल रूप से रहने वाले लोगों के लिए क्या सजा है?

अवैध प्रवासी किसे कहते हैं? इललीगल इमिग्रेंट्स या अवैध अप्रवासी उन लोगों को कहा जाता है जो एक देश के इमीग्रेशन के कानूनों का उल्लंघन करके उस देश में रहते हैं, या उस देश में रहने के कानूनी अधिकार के बिना उस देश में रहते हैं। लोग शांति, आर्थिक सुरक्षा और बेहतर तरीके से अपने …

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चोरी और ज़बरदस्ती वसूली करने के बीच क्या अंतर होता है?

चोरी और ज़बरदस्ती वसूली करने के बीच क्या अंतर होता है?

एक राज्य सरकार को ना केवल अपने राज्य में रहने वाले नागरिकों के जीवन की रक्षा करनी चाहिए और सार्वजनिक शांति बनाए रखनी चाहिए, बल्कि उसे यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि उन सभी नागरिको की प्रॉपर्टी भी सुरक्षित रहे ताकि सभी नागरिक चिंता मुक्त होकर रह सके और राज्य में भी शान्ति बनी रहे। …

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सीआरपीसी के सेक्शन 161 के तहत कौन-से बयान होते है?

सीआरपीसी के सेक्शन 161 के तहत कौन-से बयान होते है?

कोर्ट में किसी भी केस की सुनवाई को शुरू करने से पहले उस केस की प्री-ट्रायल प्रोसीडिंग्स शुरू की जाती है। प्री-ट्रायल प्रोसेस के अंदर पुलिस इन्वेस्टीगेशन शामिल होती है जो की केस के पूरे मैटर को सुलझाने के लिए सबूत के रूप में इकट्ठा की जाती है। पुलिस इन्वेस्टीगेशन के अंदर दो जरूरी पहलू …

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क्या आरटीआई ऑनलाइन फाइल की जा सकती है?

क्या आरटीआई ऑनलाइन दायर की जा सकती है

भारत सरकार ने भ्रष्टाचार को कम करने और अनुशासन को बढ़ावा देने के लिए कई कानून बनाये हैं। इनमें से एक कानून, सूचना का अधिकार अधिनियम आरटीआई एक्ट भी है।  आरटीआई एक्ट क्या है? आरटीआई एक्ट सभी भारतीय व्यक्तियों को संघीय और राज्य सरकारों से जानकारी लेने का अधिकार देता है। उदाहरण के लिए आप …

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क्या नाजायज़ बच्चे पुश्तैनी प्रॉपर्टी के हक़दार है?

क्या नाजायज़ बच्चे पुश्तैनी प्रॉपर्टी के हक़दार है?

सभी कहते है कि बच्चे भगवान् का रूप होते है। अगर वही वो एक नाजायज़ बच्चा हो तो सभी की सोंच और नजरिया बदल जाता है। हालाँकि, कानून की नज़र में ऐसा नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने एक केस के चलते फैसला सुनाया कि नाजायज बच्चे भी अपने पेरेंट्स की प्रॉपर्टी के हकदार है। हांलांकि, …

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