इंटरकास्ट शादी करने पर सरकार की तरफ से कितने पैसे मिलते है।

कपल कोर्ट मैरिज करके रुपए प्राप्त कर सकते हैं।

भारतीय संविधान के अनुसार, सभी बालिग़ नागरिकों अधिकार है कि वह अपनी मर्जी से अपना लाइफ पार्टनर चुन सकते है। बशर्ते सभी कपल को कानून में बनाये गए शादी के सभी नियमों का पालन करना होगा। लेकिन ज्यादातर पेरेंट्स अपने बच्चों की शादी अपनी ही जाती या धर्म में करना चाहते है। जिससे युवाओं का …

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भारत में डाइवोर्स लेने के नियमों में आए ये बदलाव।

भारत में डाइवोर्स लेने के नियमों में आए ये बदलाव।

भारत के सभी डाइवोर्स लॉ का मेन मोटिव कपल के बीच सुलह कराना और उन्हें साथ लाने की कोशिश करना है। लेकिन, अगर कपल किसी भी सिचुएशन में अपनी शादी में एडजस्ट नहीं करना चाहते है, तो कोर्ट द्वारा डाइवोर्स दे दिया जाता है। डाइवोर्स के बाद कपल की शादी कानूनी तौर पर ख़त्म हो …

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दहेज़ पीड़िता के रिश्तेदार भी अब कर सकते है एफआईआर।

दहेज़ पीड़िता के रिश्तेदार भी अब कर सकते है एफआईआर।

भारत में दहेज प्रथा एक बुराई बनकर उभर रही है। दहेज़ प्रथा का मतलब, पिता को अपनी बेटी की विदाई के समय उसे पैसे और गिफ्ट्स देने होते है। आजकल, लड़के वाले गाडी, ज्वेल्लरी आदि की मांग करते है। और मांग पूरी ना होने पर लड़की पर क्रूरता करते है। सरकार भी इसी जद्दो-जहत में …

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वाइफ, गर्लफ्रेंड या लिव इन पार्टनर सुसाइड करने की धमकी दे तो क्या करें।

वाइफ, गर्लफ्रेंड या लिव इन पार्टनर सुसाइड करने की धमकी दे तो क्या करें।

भारत में कानून देश भर में संतुलन बनाये रखने के लिए बनाया गया है। देश में कानूनी व्यवस्था इसलिए है ताकि देश का कोई भी नागरिक अपने जीवन के अधिकारों से वंचित ना रहे और सभी नागरीकों की रक्षा की जा सके। लेकिन दुर्भाग्यवश कुछ लोग इसका गलत इस्तेमाल करते है। लेकिन आजकल कुछ लोग …

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कॉल डिटेल्स किस व्यक्ति को मिलती है।

काल डिटेल्स किस व्यक्ति को मिलती है।

सभी टेलीकॉम कंपनियों को अपने यूज़र्स की जानकारी रखनी होती है कि वह कब, कहां, कितनी और किस से बात कर रहे है। कंपनियों को पुराना डेटा डिलीट करने के लिए टेलीकॉम डिपार्टमेंट से परमिशन लेनी होती है। इस डेटा के अंदर यूज़र का मोबाइल नंबर, कॉल्स की डिटेल्स और लोकेशन होती है। इनको कोर्ट …

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कॉल डिटेल्स की कोर्ट केस में क्या अहमियत होती है?

कॉल डिटेल्स की कोर्ट केस में क्या अहमियत होती है?

आजकल ज्यादातर सबके पास अपना पर्सनल मोबाइल होता है। मोबाइल में यूज़ होने वाली सभी सिम और लैंडलाइन फोन टेलीकॉम कंपनीयों द्वारा उपलब्ध कराये जाते है। सभी टेलीकॉम कंपनियां अपने यूज़र्स का रिकॉर्ड रखती है। टेलीकॉम डिपार्टमेंट का आर्डर है कि सभी टेलीकॉम कंपनियों को पिछले 2 साल तक का कॉल डिटेल्स का डेटा रखना …

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महिलाओं को घरेलू हिंसा होने पर सरकार से क्या मदद मिल सकती है?

महिलाओं को घरेलू हिंसा होने पर सरकार से क्या मदद मिल सकती है?

जब एक महिला पर उसके मायके या ससुराल के लोग किसी प्रकार की हिंसा करते है। तो वह कानून की नज़र में घरेलू हिंसा होती है। भारत में महिलाओं को घरेलू हिंसा से बचाने के लिए कई कानून बनाये गए। इसके लिए सबसे पहला कानून दहेज निषेध अधिनियम,1961 बनाया गया। जिसके तहत दहेज का लेन-देन …

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लव मैरिज के बाद पुलिस प्रोटेक्शन कैसे ले?

लव मैरिज के बाद पुलिस प्रोटेक्शन कैसे ले?

भारत में, जिससे प्यार किया उसी से शादी करना आसान नहीं है, जब तक कि लड़का और लड़की दोनों एक ही धर्म, जाति या लिविंग स्टैण्डर्ड से बिलोंग ना करते हो। लेकिन प्यार यह सब चीज़ें देखकर नहीं होता। जब कपल फैमिली की मर्जी के बिना लव मैरिज कर लेते है, तो उनकी फैमिली ही …

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एक दिन में कोर्ट मैरिज कैसे करें?

एक दिन में कोर्ट मैरिज कैसे करें?

अगर आप भी लव मैरिज करने की सोंच रहे है। और चाहते है कि आपकी शादी कानूनी वैलिड तरीके से एक-दो दिन के अंदर हो जाये। तो इसके लिए आपके पास तीन तरीके है। पहला, हिन्दू मैरिज एक्ट से मैरिज और कोर्ट रजिस्ट्रेशन और दूसरा स्पेशल मैरिज एक्ट से कोर्ट मैरिज। यह दोनों तरीके अलग …

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घरेलू हिंसा के खिलाफ कैसे और कहाँ करे शिकायत?

घरेलू हिंसा के खिलाफ कैसे और कहाँ करे शिकायत?

घरेलू हिंसा एक बहुत ही दयनीय स्थिति है। जिसके तहत महिलाओं के साथ घर में ही बुरा बर्ताव और हिंसा की जाती है। ऐसा नहीं है कि इसे रोकने की कोशिश नहीं की गयी। बल्कि इसे रोकने के लिए “घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम (पीडब्ल्यूडीवीए) 2005” लागू किया गया था। इस अधिनियम के …

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