कोर्ट के आर्डर की अवहेलना करने पर क्या एक्शन लिया जा सकता है?

कोर्ट के आर्डर की अवहेलना करने पर क्या एक्शन लिया जा सकता है?

कोर्ट के आर्डर की अवहेलना क्या है ?

कोर्ट के आर्डर की अवहेलना यानी एक कोर्ट द्वारा जारी किए गए आदेश को ना मानना  या अनदेखा करना होता है। यह अपराधी द्वारा किए जाने वाले किसी कार्य को पूरा नहीं करने के मामले में होता है। अगर कोर्ट का कोई आदेश दिया गया है, तो उसे पूरा करना अनिवार्य होता है।

कोर्ट के आर्डर की अवहेलना करने पर एक्शन

अवहेलना करने की स्थिति में, अपराधी कानून के उस आदेश का पालन नहीं करता है जो कोर्ट ने जारी किया है। यह आदेश किसी भी प्रकार का हो सकता है, जैसे कि किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी, बैंक या दूसरी संस्था से जानकारी या किसी आपराधिक केस का निष्कर्ष।

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कोर्ट के आदेश की अवहेलना करने पर कई एक्शन लिए जा सकते हैं, यहां कुछ उदाहरण दिए गए हैं:

  • गवाहों को तलब करना: अगर किसी व्यक्ति ने कोर्ट के आदेश की अवहेलना की है, तो आदेश के पक्ष में होने वाले व्यक्तियों को गवाही देने के लिए तलब किया जा सकता है।
  • जुर्माना अगर कोर्ट के आदेश की  अवहेलना की जाती है, तो कोर्ट द्वारा जुर्माना भी लगाया जा सकता है। कोर्ट की अवहेलना करने वाले व्यक्ति को कोर्ट के आदेश को पालन करने की बाध्यता होती है।
  • अवहेलना करने वाले व्यक्ति को जुर्माना या सजा: अगर कोर्ट के आदेश की अवहेलना करने वाला व्यक्ति नियमित रूप से अवहेलना करता है, तो उसे जुर्माना या सजा के रूप में दंडित किया जा सकता है। जुर्माना या सजा की राशि को अवहेलना करने वाले व्यक्ति से वसूला जा सकता है।
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अवहेलना करने वाले व्यक्ति को अदालत में छूट

कोर्ट के आदेश की अवहेलना करने वाले व्यक्ति को अदालत में छूट नहीं मिलता है। व्यक्ति को कोर्ट के आदेश का पालन करने के लिए अदालत के सामने उपस्थित होना पड़ता है। यदि उस व्यक्ति द्वारा आदेश की अवहेलना की जाती है, तो उसे कोर्ट के सामने पेश होना पड़ सकता है और उसे इसके लिए छूट नहीं मिलेगी। अदालत में अवकाश केवल निर्धारित दिनों, साप्ताहिक छुट्टियों, अवकाशों और अदालत की आदेशों द्वारा प्रदत्त अवकाशों के लिए ही प्रदान किया जाता है।

अदालत की अवहेलना का प्रयास किया तो क्या होगा

अदालत में अवहेलना एक गंभीर अपराध माना जाता है अवहेलना का प्रयास करने के कई तरीके हो सकते हैं, जैसे अदालत के आदेश की अवहेलना, अदालती कार्यवाही में बाधा डालने का प्रयास, अदालती कर्मचारियों और न्यायिक अधिकारियों की निंदा करना, अदालती प्रक्रिया को व्यवहारिकता के साथ व्यक्त करने की कोशिश करना आदि।

यदि कोई व्यक्ति अदालत की अवहेलना  या अदालत की मान्यता और प्राधिकरण को ध्वस्त करने की कोशिश करता है, तो उसे अदालत द्वारा तारीख, सजा या दंड निर्धारित किया जा सकता है। अवहेलना के लिए निर्धारित सजा व दंड देश के कानूनों और न्यायिक प्रणाली पर निर्भर करेंगे।

आमतौर पर, अवहेलना आपराधिक माना जाता है और उसके लिए सीधा दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है। यह सजा जेल की सजा, जुर्माना, या दोनों का संयुक्त निर्धारण हो सकता है।
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