भारत में युवाओं को क्या अधिकार दिए गए है?

भारत में युवाओं को क्या अधिकार दिए गए है?

भारत में युवाओं को कई अधिकार दिए गए हैं। युवाओं को प्राप्त अधिकारों को मुख्यतः दो भागों में विभक्त किया गया है:-

1- मौलिक अधिकार तथा 

2 – निजता का अधिकार।

युवाओं के मौलिक अधिकार 

1.शिक्षा का अधिकार युवा भारतीयों को नि:शुल्क और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार है। इसके अंतर्गत कोई b बच्चा अपनी विद्यालयीन शिक्षा के लिए सरकार द्वारा संचालित विद्यालय में अध्ययन कर सकता है। भारतीय संविधान इस अधिकार को सुनिश्चित करने के लिए अनिवार्य शिक्षा को एक बुनियादी अधिकार मानता है।

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2.रोजगार का अधिकार युवाओं को उचित रोजगार और आधुनिक तकनीक के उपयोग से आधुनिक और विकासशील भारत के लिए काम करने का अधिकार है। इसके अन्तर्गत सरकार कई सारे ऐसे योजनाएं निकाल रही हैं जिनके जरिए आज के युवाओं को रोज़गार मिल सकें। 

3.आरक्षण का अधिकार भारत में युवाओं को आरक्षण के माध्यम से स्थानों और विभिन्न सेवाओं में निःशुल्क एवं विशेष रूप से सुविधाओं का अधिकार है।

4.स्वतंत्रता का अधिकार युवाओं को स्वतंत्र रूप से अपने विचारों को व्यक्त करने, एक खुले और समान समाज में रहने और समान अवसरों का अधिकार प्राप्त है।

5.संगठन करने का अधिकार युवाओं को नए संगठन बनाने, अपने हितों की रक्षा करने और समाज के लिए

कार्यक्रमों को संचालित करने का अधिकार भी है। युवाओं को राजनीतिक दलों, समूहों, एनजीओएस और अन्य संगठनों में शामिल होने का अधिकार है। इसके अलावा, युवाओं को न्यायालय में अपने अधिकारों की रक्षा करने का अधिकार भी है।

6.स्वास्थ्य अधिकार भारत में युवाओं को स्वस्थ रहने का अधिकार है। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए सरकार के द्वारा विभिन्न योजनाएं चलाई जाती हैं।

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7.संवैधानिक अधिकार भारत में युवाओं को संवैधानिक अधिकारों का अधिकार है, जो न्याय, स्वतंत्रता, समानता, और धर्मांतरण के संरक्षण के बारे में हैं।

8.संचार अधिकार: भारत में युवाओं को संचार के अधिकार हैं जो वे अपने विचारों को स्वतंत्रता से व्यक्त कर सकते हैं।

युवाओं के निजता का अधिकार

निजता का अधिकार एक मौलिक मानवाधिकार है जो व्यक्ति को उसके जीवन और स्वतंत्रता की रक्षा करने के लिए सुरक्षा प्रदान करता है। इस अधिकार के अंतर्गत, हर व्यक्ति को उसके विचारों, धर्म, विश्वासों, आदि के लिए स्वतंत्र रूप से व्यक्तिगत रूप से चुनने का अधिकार होता है। इसका अर्थ है कि कोई भी व्यक्ति अपने विचारों और विश्वासों का निजता से पालन कर सकता है और इसका कोई भी सरकार अथवा समाज के अन्य सदस्यों द्वारा उसके ऊपर अधिकार नहीं होता है।

भारतीय संविधान के अंतर्गत, युवाओं के निजता का अधिकार निम्नलिखित हैं:

मौलिक अधिकार संविधान द्वारा स्थापित अधिकार है कि सभी नागरिकों को मौलिक अधिकारों की रक्षा मिलनी चाहिए जो उन्हें व्यक्तिगत रूप से अपनाने का अधिकार देते हैं। इसमें शामिल हैं, निजता का अधिकार और स्वतंत्रता का अधिकार।

नागरिकता भारतीय संविधान द्वारा नागरिकों के अधिकारों के संरक्षण का अधिकार दिया गया है, जो युवाओं के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण होते हैं।

विदेशी संबंध भारतीय संविधान द्वारा युवाओं को अन्य देशों के साथ संबंध बनाने और विदेश में शिक्षा और कैरियर के अवसरों का लाभ उठाने का अधिकार होता है।

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