कॉपीराइट क्या है?
कॉपीराइट एक कानूनी कांसेप्ट होता है। आसान भाषा में समझे तो कॉपीराइट का मतलब होता है किसी भी सामान या सर्विस का कॉपीराइट लेना। जिसका मतलब होता है कि अगर एक व्यक्ति ने किसी पर्टिकुलर सामान या सर्विस के नाम का कॉपीराइट ले लिया है तो उस कॉपीराइट के चलते उस पर्टिकुलर सामान या सर्विस को उसी नाम से कोई दूसरा व्यक्ति नहीं बेच सकता है।
अगर कोई भी अन्य व्यक्ति आपके नाम का सामान या सर्विस आप ही के नाम से बाजार में बेचता है तो यह एक जघन्य अपराध है। इस अपराध के लिए अपराधी को कानून के तहत सज़ा भी हो सकती है।
छँटाई, लेखन, चित्र, संगीत जैसा कोई भी सामान या सर्विस उसी व्यक्ति का होगा जिसमे स सामान या सर्विस को बनाया है और सरकार से उसका कॉपीराइट लिया है। उस कंटेंट को बनाने वाला ही पूरी तरह से उस सामान या सर्विस का पूरी तरह से मालिक होता है। इसके अलावा अन्य लोग इससे पैसा नहीं बना सकते हैं।
कॉपीराइट एक व्यक्ति के उन अधिकारों के बारे में बताते है जो लेखकों, कलाकारों और रचनाकारों के पास उनके साहित्यिक/कंटेंट उनके कामों और रचनाओं पर होता हैं। किसी भी व्यक्ति द्वारा अगर कोई भी कंटेंट तैयार किया जाता है तो सबसे पहला मालिकाना हक़ उसकी उत्पत्ति करने वाले व्यक्ति का ही होता है।
क्या आप को कानूनी सलाह की जरूरत है ?
जब आप कुछ नया बनाते हैं, तो आप अपने द्वारा की गयी रचनाओं की सुरक्षा करने की कोशिश करते हैं, जो पूरी तरह से उस कंटेंट के मालिक की ही जिम्मेदारी है। कोई भी व्यक्ति नहीं चाहता है कि उसके द्वारा बनाई गयी सामग्री या कंटेंट को किसी भी अन्य व्यक्ति के द्वारा चुराया जाये या नक़ल की जाये। इसका सबसे बड़ा कारण यह की उस कंटेंट पर मालिक के विकास में सभी प्रयास, कीमती समय और कड़ी मेहनत की होती है।
कॉपीराइट से बचने के लिए क्या करें?
किसी भी प्रकार के कॉपीराइट मटीरियल का यूज़ करने से पहले उस कॉपीराइट कंटेंट के मालिक से उसका कंटेंट यूज़ करने की परमिशन लें। अगर मालिक कॉपीराइट मटीरियल को यूज़ करने की परमिशन दे देता है, तब भी आपको अपने कंटेंट में उसके असली मालिक को क्रेडिट देना होगा।
इस तरह आप अपने कंटेंट में किसी अन्य व्यक्ति का कंटेंट यूज़ कर सकते है और कॉपीराइट की किसी भी कार्यवाही से बच सकते है।
कॉपीराइट में कौन सी धारा लगती है?
कॉपीराइट के केस में कॉपीराइट एक्ट के सेक्शन 63 के तहत जानबूझकर उल्लंघन करने के लिए अपराधी को सज़ा दी जा सकती है। यह सज़ा के रूप में कानून के तहत अपराधी को 50000 रूपये से लेकर 2 लाख रूपये तक का जुर्माना या 6 महीने से लेकर 3 साल तक की जेल हो सकती है।
रजिस्ट्रेशन कराने के लाभ
पब्लिक रिकॉर्ड
रजिस्ट्रेशन एक सार्वजनिक या पब्लिक रिकॉर्ड है जिसका मतलब होता है कि इस कंटेंट के मालिक ने उस कंटेंट पर अपने स्वामित्व का दावा किया है। इससे जनता को यह पता चलता है कि आपका काम रजिस्टर्ड है और कोई भी आपके कंटेंट के अधिकार का उल्लंघन नहीं कर सकता है।
कानूनी उद्देश्
भविष्य में होने वाले किसी भी विवाद या डिस्प्यूट की सिचुएशन में यह मालिक के होने वाले खर्च को बचाता है।
नुकसान
कॉपीराइट का उल्लंघन होने या किसी अन्य के द्वारा कॉपीराइट को चुराने के केस में, सामग्री बनाने वालों को वास्तविक नुक्सान से बचाया जा सकता है, अगर कंटेंट कॉपीराइट हो जाता है।
लीड इंडिया आपके काम को कॉपीराइट कराने में आपकी मदद करता है और आपके काम को उल्लंघन होने से बचाता है।