गैर जमानती वारंट कब जारी किया जाना जरूरी है?

गैर जमानती वारंट कब जारी किया जाना जरूरी है?

गैर जमानती वारंट एक कानूनी दस्तावेज है जिसे न्यायाधीश या अन्य कानूनी अधिकारी जारी करते हैं। इसे एक व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक केस के विवाद के दौरान जारी किया जाता है।

जब एक व्यक्ति को आपराधिक कार्रवाई के लिए नोटिस जारी किया जाता है और वह उसे नजरअंदाज करता है तो न्यायाधीश गैर जमानती वारंट जारी करते हैं। इस दस्तावेज के माध्यम से वे व्यक्ति को न्यायालय में आने के लिए बुलाते हैं। अगर व्यक्ति इस वारंट का पालन नहीं करता है, तो उसे गिरफ्तार करने के लिए अनुशासित कार्रवाई की जा सकती है।

इसलिए, गैर जमानती वारंट को सीरियसली लिया जाना चाहिए, और उसका पालन करना किसी भी नागरिक के लिए कानूनी दायित्व होता है।

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गैर जमानती वारंट कब जारी किया जाना जरूरी है

गैर जमानती वारंट को जब किसी व्यक्ति के खिलाफ कोई आपराधिक मामला होता है और वह व्यक्ति समन नहीं मानता है, तब उसका जारी किया जाता है। यह एक कानूनी दस्तावेज होता है जिसके माध्यम से व्यक्ति को न्यायाधीश के सामने पेश होने के लिए बुलाया जाता है।

गैर जमानती वारंट को कानूनी तौर पर जारी किया जाना चाहिए, जो निम्नलिखित मामलों में होता है

  • जब व्यक्ति अपनी न्यायिक पेशी की तिथि पर नहीं पहुंचता है।
  • जब किसी व्यक्ति के खिलाफ एक आपराधिक मामला होता है और वह आपराधिक क्रिया से जुड़ा होता है।
  • जब व्यक्ति अपने किसी निर्देशक या न्यायाधीश के आदेशों का पालन नहीं करता है।

गैर जमानती वारंट की जाँच पुलिस द्वारा की जाती है और उसे जारी करने का अधिकार न्यायाधीश को होता है। इसका पालन करना किसी भी नागरिक के लिए अनिवार्य होता है।

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गैर जमानती वारंट कौन जारी करता है

गैर जमानती वारंट न्यायाधीश या अन्य कानूनी अधिकारी जारी करते हैं। इसे जब जारी किया जाता है, तो वह आपराधिक मुकदमे के दौरान उस व्यक्ति को न्यायालय में पेश होने के लिए बुलाता है जिसके खिलाफ इसे जारी किया गया है।

गैर जमानती वारंट का जारी करने का अधिकार न्यायाधीश या अन्य कानूनी अधिकारी को होता है। न्यायाधीश या अधिकारी किसी व्यक्ति के खिलाफ एक आपराधिक केस के दौरान गैर जमानती वारंट जारी कर सकते हैं। यह वारंट उस व्यक्ति को न्यायालय में बुलाता है, जिसे उस आपराध के लिए आरोपित किया गया है। वहाँ उस व्यक्ति को विचारणा किया जाता है कि क्या उसे जमानत पर छोड़ा जाना चाहिए या नहीं।

गैर जमानती वारंट जारी करने के फायदे

गैर जमानती वारंट जारी करने के कुछ फायदे हैं। इनमें से कुछ महत्वपूर्ण फायदे निम्नलिखित हैं –

इसे जारी करने से व्यक्ति को न्यायालय में पेश होने के लिए बुलाया जाता है। यह उन लोगों को बचाता है जो अपने आप को आपराधिक कार्रवाई से बचाने की कोशिश करते हैं।

इसे जारी करने से अपराधी के विरुद्ध आवश्यक कानूनी कदम उठाए जाने की सुनिश्चितता होती है। इस तरह से, इस दस्तावेज के माध्यम से अपराध को जल्द से जल्द समाप्त किया जा सकता है।

इस दस्तावेज के जारी होने से, अपराधियों को बरामद करने में मदद मिलती है। इससे वे अपने आप को अपराध करने से रोक सकते हैं और इस तरह से अपनी जिम्मेदारियों को स्वीकार करते हुए समाज के लिए उपयोगी नागरिक बन सकते हैं।

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इससे न्यायालय आपराधिक केस को समय पर निपटाने में सक्षम होता है।

इससे आपराधी व्यक्ति की गिरफ्तारी की संभावना बढ़ जाती है, जो अन्य लोगों के लिए सुरक्षित रहना महत्वपूर्ण होता है।

यह व्यक्ति को विचारणा करने का मौका देता है कि क्या उसे जमानत पर छोड़ा जाना चाहिए या नहीं।

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