देश के अंदर समय समय तमाम सारी ऐसी योजनाएं चलती हैं जिनका लाभ सिर्फ और सिर्फ विवाहित लोगों को मिलता है। कौन विवाहित है कौन नहीं इन सब की सटीक जानकारी सरकार के पास नहीं होती है। इसलिए कई बार इन योजनाओं का आधार मैरिज सर्टिफिकेट को बना दिया जाता है। जिस व्यक्ति के पास मैरिज सर्टिफिकेट होता है इन योजनाओं का लाभ दिया जाता है। कई बार मैरिज सर्टिफिकेट ना होने के कारण विवाहित लोग भी इन योजनाओं से वंचित रह जाते हैं। आज अपने इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि आखिर शादी का रजिस्ट्रेशन करवाना क्यों जरूरी होता है? और कहां-कहां पर इसका उपयोग होता है।
शादी का रजिस्ट्रेशन क्या है?
शादी का रजिस्ट्रेशन अथवा पंजीकरण एक कानूनी प्रक्रिया होती है, देश के अंदर शादी का रजिस्ट्रेशन कोई भी कपल कर सकता है भले ही वह किसी धर्म से आता हो। शादी के पंजीकरण के लिए, विवाहित जोड़े को रजिस्ट्रार के सामने अपनी शादी के कुछ प्रमाण और गवाह पेश करने होते हैं. इसके बाद रजिस्ट्रार शादी का सर्टिफ़िकेट बनाकर देता है. इस पूरी प्रक्रिया को शादी को रजिस्टर्ड कराना कहते हैं।
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क्यों जरूरी है शादी का रजिस्ट्रेशन
शादी का रजिस्ट्रेशन कराने के कई सारे फायदे होते हैं सबसे पहले तो यह एक कानूनी प्रमाण पत्र होता है जो किसी भी शादी को कानूनी तौर पर मान्य बनाता है. इसके अतिरिक्त शादी का रजिस्ट्रेशन कराने से और कई निम्नलिखित फ़ायदे भी होते हैं:
- मैरिज रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद रिश्ते को कानूनी मान्यता मिलती है। कई बार अक्सर प्रेम विवाह में युवक और युवती मंदिर अथवा किसी सामाजिक संस्थान के सहयोग से शादी कर लेते हैं लेकिन उस शादी को समाज के स्तर पर स्वीकार्यता नहीं मिलती ऐसे में मैरिज रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद बहुत हद तक संभावना बढ़ जाती है कि उसे रिश्तो को समाज स्वीकार करेगा।
- मैरिज रजिस्ट्रेशन करने के बाद पति और पत्नी से संबंधित कई सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने में आसानी हो जाती है। उदाहरण के लिए भारत में उन महिलाओं को विधवा पेंशन योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा आर्थिक सहायता दी जाती है जिनके पति नहीं है, ऐसे में पात्र महिलाओं को इस योजना का लाभ लेने के लिए पूर्व में हुई शादी के मैरिज सर्टिफिकेट की आवश्यकता होती है।
- मैरिज सर्टिफिकेट बनने के बाद यदि आप विदेश घूमना चाहते हैं तो पासपोर्ट या वीज़ा आसानी से मिल जाता है। इसके अतिरिक्त अगर आपका विदेश में परिवार सहित रहने का प्लान है तो मैरिज सर्टिफिकेट बहुत जरूरी होता है। क्योंकि किसी भी देश में स्थाई निवास के लिए आपको मैरिज सर्टिफिकेट लगाना होगा।
- शादी के बाद कई बार रिश्तो में लड़ाई झगड़ा होना आम बात हो जाती है। ऐसे आम झगड़ों से कोई व्यक्ति दूसरी शादी न कर ले इसके लिए भी मैरिज रजिस्ट्रेशन बहुत आवश्यक होता है। जैसा कि भारत के हिंदू विवाह अधिनियम के अंतर्गत नियम है कि कोई भी व्यक्ति बिना तलाक दूसरी शादी नहीं कर सकता है, ऐसे में मैरिज रजिस्ट्रेशन और मैरिज सर्टिफिकेट का उपयोग करके अपने साथी की दूसरी शादी को रुकवाया जा सकता है।
- मैरिज रजिस्ट्रेशन और सर्टिफिकेट का महत्वपूर्ण उपयोग तभी काम आता है जब पति और पत्नी में अलगाव की स्थिति हो जाती है। अगर दोनों के रिश्ते में टकराव है और दोनों एक साथ नहीं रहना चाहते हैं तलाक लेना चाहते हैं , तो तलाक की अर्जी लगाने के समय मैरिज सर्टिफिकेट की आवश्यकता होती है।
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